तेनुघाट व्यवहार न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। सर्वोच्च न्यायालय, झारखंड उच्च न्यायालय तथा प्रधान जिला जज बोकारो प्रदीप कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में 12 मार्च को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 18,283 मामलों का निष्पादन और 5,40,86,626 रुपए समझौता राशि वसूल किया गया।

तेनुघाट में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत (न को संबोधित करते हुए जिला जज प्रथम राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत पूरे देश में मनाया जा रहा है। लोक अदालत एक त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। लोक अदालत में समाप्त होने वाले मामलों में दोनों पक्षों की जीत होती है। कोई हारता नहीं है।

लोक अदालत के मामले समाप्त होने से कई मामलों का समाधान होता है। दोनों पक्षों के बीच जब सुलह होता है तो आपसी मनमुटाव समाप्त हो जाता है। ऐसा नहीं होने से कई मामले आ सकते हैं। लोक अदालत के मामले में निष्पादन के बाद दोनों पक्षों के बीच आपसी सौहार्द हो जाता है।

कुटुंब न्यायालय राजीव रंजन ने कहा कि सब के सहयोग से ही लोक अदालत का संचालन और निष्पादन हो पाता है। आप इस मौके का फायदा उठाएं। आप यहां से फायदा उठाकर जाएं और दूसरों को भी बताएं, जिससे वह भी इसका फायदा उठा सकें।

उन्होंने कहा कि लोक अदालत में निष्पादित मामलों का कोई अपील नहीं होता है। महाभारत में भी भगवान श्रीकृष्ण समझौता कराने की कोशिश की मगर समझौता नहीं हो सका। उसमें दोनों पक्षों का नुकसान हुआ।

अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार ने कहा कि आज बहुत खुशी की बात है की राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन सर्वोच्च न्यायालय एवं झारखंड उच्च न्यायालय के निर्देश पर किया जा रहा है। इसमें कई तरह के मामलों का निष्पादन किया जा रहा है। आप इसका लाभ जरूर उठाएं।

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश चंद्र झा ने कहा कि लोक अदालत से सबसे ज्यादा फायदा पुलिस को होता है। इससे विवाद नहीं बढ़ पाता है और निपटारा हो जाता है। उन्होंने कहा कि छोटा सा मामले में से बड़ा मामला बनता है।

इससे हमें भी थोड़ा राहत मिलता है। आप सभी अपने गांव में जाकर इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताएं, ताकि लोक अदालत से लोग फायदा उठा सकें। अधिवक्ता संघ के महासचिव वकील प्रसाद महतो ने बताया कि व्यवहार न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है।

अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार समिति के सचिव के द्वारा जो प्रयास किया गया वह काफी सराहनीय है। लोक अदालत से न्यायालय में मामले का निष्पादन हो रहा हो। उसका जरूर फायदा उठाएं और निष्पादन करवाएं।

उन्होंने राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 18,283 मामलों का निष्पादन और 5,40,86,626 रुपए समझौता राशि वसूल किये जाने की बात कही। जिसमें कोर्ट मामले, बिजली विभाग, बैंक विभाग, मोटर यान दुर्घटना के मामले सहित अन्य कई मामले सामिल है।

इससे पूर्व राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत उद्घाटन जिला जज प्रथम राजेश कुमार सिन्हा, कुटुंब न्यायालय राजीव रंजन, जिला जज द्वितीय अनिल कुमार, जिला जज चतुर्थ विशाल कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश चन्द्र झा, अधिवक्ता संघ के महासचिव वकील प्रसाद महतो ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए बारह बेंच का गठन किया गया था। जिसके प्रथम बेंच पर कुटुंब न्यायालय राजीव रंजन एवं अधिवक्ता मनोज कुमार चौबे, दूसरे बेंच में जिला जज प्रथम राजेश कुमार सिन्हा एवं अधिवक्ता शैलेश कुमार सिन्हा, तीसरे बेंच पर जिला जज दितीय अनिल कुमार एवं अधिवक्ता रितेश कुमार जयसवाल, चौथे बेंच पर एसीजेएम विशाल गौरव एवं अधिवक्ता मो साबिर, आदि।

पांचवे बेंच पर एसडीजेएम दीपक कुमार साहु एवं अधिवक्ता चंद्रशेखर प्रसाद सिंह, छठे बेंच पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी शिवांगी प्रिया एवं अधिवक्ता शिवकुमार रविदास, सातवे बेंच पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी साक्षी श्रीवास्तव एवं अधिवक्ता दीपक कुमार वर्मा, आठवें बेंच पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी अमित आकाश सिन्हा एवं अधिवक्ता महुआ कारक,आदि।

नवें बेंच पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी सुमित कुमार वर्मा एवं अधिवक्ता संजय कुमार डे, दसवें बेंच पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी रूपम स्मृति टोपनो एवं अधिवक्ता कल्याणी, आदि।

ग्यारहवीं बेंच पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी श्वेता सोनी एवं अधिवक्ता इम्तियाज आलम तथा बारहवें बेंच पर अनुमंडल पदाधिकारी बेरमो अनंत कुमार एवं अधिवक्ता सुशील कुमार सिंह मौजूद थे। उक्त बातों की जानकारी अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार समिति के सचिव सह एसडीजेएम दीपक कुमार साहू ने दी।

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