एमएलसी ने की यज्ञ स्थल का भ्रमण

अवध किशोर शर्मा/सोनपुर (सारण)। सारण जिला के हद में सोनपुर स्थित हरिहर क्षेत्र की महिमा गान वराह पुराण ने भी गाया है। इसी हरिहर क्षेत्र की भूमि में बाबा हरिहरनाथ का विश्व विख्यात मंदिर स्थित है। जिसके गर्भगृह में श्रीहरि विष्णु एवं हर (सदाशिव) का श्रीविग्रह विराजमान है। इसी मंदिर के नाम पर यहां विश्व प्रसिद्ध मेला लगता आ रहा है। जिसकी तैयारी अपने चरम पर है।

मेला के ही संगम क्षेत्र के मूल ग्राम सब्बलपुर में देवोत्थान एकादशी से कार्तिक पूर्णिमा तक पटना सहित देश के विभिन्न भागों से पहुँचने वाले श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने अवश्य पहुँचते हैं। इसी संगम के गाँव सब्बलपुर के बभनटोली में बीते 31 अक्टूबर से नौ दिवसीय विराट महाविष्णु यज्ञ आयोजित किया रहा है।

इस अवसर पर बीते 2 नवंबर की संध्या जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के एमएलसी रेखा कुमारी ने अपने परिवारजनों के साथ राधा कृष्ण की आरती कर यज्ञ स्थल का परिक्रमा की।

श्रीवृन्दावन स्थित श्रीरंग रंगनाथ पीठ के रामानुज सम्प्रदायाचार्य महामंडलेश्वर जगद्गुरु स्वामी श्रीकृष्ण प्रपन्नाचार्य जी महराज की देख रेख एवं मंगलानुशासन में संचालित महाविष्णु यज्ञ में महज चार दिनों के भीतर एक लाख से अधिक श्रद्धालु पहुँचे।

श्रद्धालू गण यज्ञ मंडप की परिक्रमा की। यज्ञ मंडप में सनातन वैदिक आचार्यों द्वारा निरंतर मन्त्रोच्चारण के साथ अनवरत हवन किया जा रहा है। भक्तों की भक्ति देखते ही बनती है। वे यज्ञ मंडप परिसर में स्थित भगवान श्रीविष्णु के विभिन्न अवतारों सहित देवी विग्रहों का दर्शन-पूजन कर रहे हैं।

वृन्दावन की मंडली द्वारा भजन-कीर्तन भी जारी है। वृन्दावन की प्रसिद्ध रासलीला का रसास्वादन भी भक्तगण करते नही अघाते। यह यज्ञ एक आध्यात्मिक मेला में तब्दील हो गया है संगम तीर्थ का यज्ञ स्थल का सम्पूर्ण इलाका।

यहाँ बच्चों के तरह-तरह के झूले भी हैं, जिसका आनन्द बड़े और बच्चे दोनों उठा रहे हैं। दो दर्जन से अधिक दुकानें भी हैं।जहाँ सिंदूर के साथ-साथ सभी तरह की पूजा सामग्री की बिक्री हो रही है।खिलौने भी बिक रहे हैं तो तरह-तरह की मिठाई भी बिक रही है।

महामंडलेश्वर जगद्गुरु स्वामी श्रीकृष्ण प्रपन्नाचार्य जी महाराज (वृन्दावन), स्वामी मिथलेशाचार्य जी महाराज, भरत चरित के विशेषज्ञ (अयोध्या), स्वामी देवेन्द्र कृष्ण तिवारी (अयोध्या), स्वामी कुशेशर जी महाराज वैशाली के प्रवचनों से भक्तगण नित्य प्रतिदिन भक्ति की गंगा में गोते लगा रहे हैं।

यज्ञ के अवसर पर पाँच दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञान कथा का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें जगद्गुरु प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने दशावतारों की विशद व्याख्या की और सनातन वैदिक धर्म की महत्ता पर विस्तृत प्रकाश डाला।

शांति धाम स्थित गोरखाईनाथ संगमेश्वर मंदिर जीर्णोद्धार के 11 वर्ष पूरे होने पर आयोजित इस महायज्ञ की सबसे बड़ी विशेषता है कि पहली बार बभनटोली के भक्तों ने आयोजित किया, जिसमें सब्बलपुर के सभी चार पंचायतों के हिन्दू भक्तों की जबर्दस्त भागीदारी रही है। तन, मन और धन से समर्पण का भाव स्पष्ट दृष्टिगोचर हो रहा है।

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