प्रहरी संवाददाता/बगोदर (गिरिडीह)। लगभग ढाई माह से मलेशिया में फंसे झारखंड के प्रवासी मजदूरों की अबतक वतन वापसी नहीं हो पाया है, जिससे मजदूरों के परिजन खासे चिंतित नजर आ रहे है। परिजनों ने इसके लिए सरकार की उदासीन रवैया को ठोस कारण बता रहे है। जबकि प्रवासी मजदूरों ने वीडियो शेयर कर सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है।
झारखंड के प्रवासी मजदूर जब घर से निकले तो उनकी आंखों में यही उम्मीद थी, कि दो वक्त की रोटी कमा सकेंगे। अपने बाल-बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ा सकेंगे और तंगहाली से परिवार दूर कर पाएंगे, पर अब स्थिति यह है कि दोनों वक्त खुद का भी पेट भरना मुश्किल हो रहा है। और तो और, जान बचाने के लिए विदेश में प्रवासी मजदूर मारे-मारे फिर रहे है।
यह व्यथा है मलेशिया में फंसे झारखंड के मजदूरों की, जिन्होंने रोजी-रोटी की तलाश में देश की सरहद लांघी थी।
प्रवासी मजदूर अब पराए मुल्क में खानाबदोश की जिंदगी जी रहे है। दूसरी ओर उनके स्वजन टकटकी लगाए बैठे हैं, कि सरकार हस्तक्षेप करे तो उनके अपनों की घर वापसी हो सके।
प्रवासी मजदूरों के हित में काम करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने भारत सरकार एवं झारखंड सरकार से मलेशिया में फंसे दर्जनों मजदूरों की मदद करने की अपील की।
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