प्रहरी संवाददाता/बगोदर (गिरिडीह)। हजारीबाग जिला के हद में बिष्णुगढ तथा गिरिडीह जिला के हद में बगोदर प्रखंड के आस-पास क्षेत्रों की एक के बाद एक लगातार हो रही प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है।
जानकारी के अनुसार बिष्णुगढ थाना क्षेत्र के कुसुम्भा पंचायत के अलखरी खुर्द रहिवासी स्वर्गीय रूपलाल बेसरा के 33 वर्षीय पुत्र राजेश बेसरा की बीते 8 मार्च को दुबई में सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी। घटना की सूचना के बाद बेसरा का पूरा परिवार सदमे में हैं।
जानकारी के अनुसार राजेश बेसरा ढाई साल पूर्व परिवार की खराब आर्थिक स्थिति को देखते हुए धन कमाने के लिए दुबई गया था। वहाँ एमको कंपनी में वह कार्यरत था। जहां सड़क हादसे में उसकी मौत हो गयी।
सूचना मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के पालन-पोषण का भी संकट खड़ा हो गया हैं। बताया जाता है कि मृतक अपने पीछे पत्नी गीता देवी, छह वर्षीय पुत्री सिल्फा बेसरा और तीन वर्षोय पुत्र पंकज बेसरा को छोड़ गया हैं।
इस दु:ख की घड़ी में मृतक के परिजनों से मिलकर इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली घर पहुंचकर परिवार को सांत्वना दिया। संवेदना प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है।
इससे पहले भी कई मजदूरों की मौत हो चुकी है। अली ने कहा कि रोजी-रोटी की तलाश में परदेस गये प्रवासी झारखंडी मजदूरों की मौत का सिलसिला जारी है। हर रोज झारखंड के किसी न किसी इलाके से प्रवासी मजदूर की दूसरे राज्यों या विदेश में मौत की खबरें आ रही है।
कहा कि प्रवासी मजदूरों की सबसे ज्यादा तादाद झारखंड के हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो जिले से रोजी कमाने गये मजदूरों की है। अपना घर छोड़कर परदेस गये इन मजदूरों की जिंदगी तो कष्ट में बीतती ही है, मौत के बाद भी उनकी रूह को चैन नसीब नहीं होता है। ऐसे में सरकार को रोज़गार की ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि मजदूरो के पलायन को रोका जा सके।
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