स्वास्थ्य समिति द्वारा एमडीए जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक

फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत 22 से 27 फरवरी तक जिले में शुरुआत किया जाएगा-सिविल सर्जन
एस.पी.सक्सेना/बोकारो। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिला स्वास्थ्य समिति बोकारो District Health committee Bokaro) द्वारा 5 फरवरी को मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) 2021 कार्यक्रम का सफल कार्यान्वयन हेतु सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार पाठक की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित किया गया।
बैठक में कहा गया कि राष्ट्रीय वेक्टर जनित स्वास्थ्य नीति के अंतर्गत फाइलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु साल में एक बार निश्चित तिथि को सभी लक्षित जनसंख्या (1 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को छोड़कर) को डीईसी + एल्बेंडाजोल गोली की एक खुराक खिलाना अनिवार्य है। जिसके लिए जिले में तीन अनुमंडलीय अस्पताल, आठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 116 स्वास्थ्य उपकेंद्र एवं 704 ग्राम/टोला की बूथ बनाये जायेगे। साथ ही सभी स्तर पर चिकित्सा पदाधिकारियों, चिकित्सक कर्मियों, आंगनबाड़ी सेविका, सहिया, पारा मेडिकल, एनजीओ, सीआरपीएफ के जवानों एवं भारत स्काउट और गाइड को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि दवा तालिका के अनुसार दिया जा सके।
*दवा तालिका*
एक साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं एवं गम्भीर रूप से बीमार व्यक्ति को डीईसी + एल्बेंडाजोल की खुराक नही देनी है। एक साल से दो साल के बच्चे को डीईसी की खुराक नही देनी एवं एल्बेंडाजोल की आधी गोली पानी मे मिलाकर देना है। दो साल से पांच साल तक के बच्चे को डीईसी + एल्बेंडाजोल की 1-1 गोली की खुराक देनी है।
छः साल से 14 साल तक के लोगो को डीईसी की दो गोली एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली की खुराक देनी है। 15 साल से अधिक उम्र के लोगो को डीईसी की तीन गोली एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली की खुराक देनी है।
बैठक में जिला सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार पाठक ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत आगामी 22 से 27 फरवरी तक जिले में शुरुआत किया जाएगा। जिसके तहत आगामी 22 से 24 फरवरी तक बूथ पर एवं 25 से 27 फरवरी तक घर-घर घूमकर सभी को डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की दवाई खिलाई जाएगी। साथ ही एमडीए 2021 कार्यक्रम का सफल क्रियान्वयन हेतु सभी स्तर पर चिकित्सा पदाधिकारियों, चिकित्सक कर्मियों, आंगनबाड़ी सेविका, सहिया, पारा मेडिकल, एनजीओ, सीआरपीएफ के जवानों एवं भारत स्काउट और गाइड को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षित दवा वितरक से ही दवा वितरण का कार्य लिये जाने का निर्देश दिया गया।
डब्लूएचओ के डॉ मनोज कुमार ने बताया कि बोकारो जिला अंतर्गत माइक्रोफाइलेरिया सर्वे में माइक्रोफाइलेरिया दर एक से कम दर्ज हुआ है। ऐसी स्थिति में जिला अंतर्गत माइक्रोफाइलेरिया संक्रमण की वस्तु स्थिति स्पष्ट करने हेतु Pre-TAS Activity बीते 8 से 29 सितंबर 2020 तक किया गया था। जिसमें Antegenicity 1% से अधिक होने के कारण बोकारो जिले में MDA-2021 कार्यक्रम कराया जा रहा है। डब्लूएचओ के डॉ मनोज कुमार ने बताया कि फाइलेरिया प्रभावित क्षेत्र में फाइलेरिया उन्मूलन के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु साल में एक बार अभियान के तौर पर डीईसी + अल्बेंडाजोल दवा की एक खुराक खिलाकर फाइलेरिया पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इसके रोगाणु अपने पूरे जीवन काल में करोड़ों माइक्रोफाइलेरिया रोगाणुओं को जन्म देते हैं। उन्होंने बताया कि दवा वितरण के प्रत्येक अभियान के द्वारा माइक्रोफाइलेरिया को फैलने से रोका जा सकता है। जिससे मच्छरों के द्वारा अन्य स्वास्थ्य व्यक्तियों को इसके संक्रमण से बचाया जा सकता है।
सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार पाठक ने बताया कि दवा वितरण के लिए तैयारियां कर ले। इसके लिए प्रत्येक घर की सूची तैयार किया जाए। जिस प्रकार पल्स पोलियो अभियान के दौरान की जाती है। प्रत्येक बूथ पर दो दवा प्रशासक के माध्यम से दवा खिलाई जाती है। घर के प्रत्येक व्यक्ति को यह सूचित किया जाता है कि दवा का सेवन अवश्य करें और सभी सदस्यों को भी दवा का सेवन कराएं। उन्होंने दवा अपने सामने खिलाने के भी निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि इसके प्रचार-प्रसार हेतु जिला एवं प्रखंड स्तर पर माइकिंग किया जाएगा। साथ ही दीवाल लेखन कर जागरूकता कार्यक्रम किया जाएगा।
बैठक के दौरान जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ एन पी सिंह, डब्लूएचओ के डॉ अमोल, सभी अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी, सभी प्रखंड प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, पीसीआई के प्रतिनिधि एवं अन्य उपस्थित थे।

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