चिकित्सक, नर्स पदस्थापित करने की मांग को लेकर माले का जुलूस व् प्रदर्शन

रेफरल अस्पताल सिर्फ 3 चिकित्सक एवं 3 नर्स के जिम्मे-सुरेंद्र प्रसाद सिंह

माले ने पांच सूत्री मांग पत्र प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को सौंपा

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। तीस बेड क्षमता वाला कर्पूरी ठाकुर रेफरल अस्पताल मे चिकित्सक, नर्स पदस्थापित करने की मांग को लेकर 31 अक्टूबर को भाकपा माले द्वारा जुलूस व् प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर माले द्वारा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को पांच सूत्री मांग पत्र सौंपा गया।

समस्तीपुर जिला के हद मे 10 प्रखंडों के रोगियों को ईलाज करने वाला 30 बेड का कर्पूरी ठाकुर रेफरल अस्पताल में तमाम सृजित पदों पर चिकित्सक, नर्स एवं कर्मियों को पदस्थापित कर बेहतर ईलाज की व्यवस्था की मांग को लेकर 31 अक्टूबर को भाकपा माले ने अस्पताल के समक्ष जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया।

झंडे, बैनर एवं मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां लेकर बड़ी संख्या में माले कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान जोरदार नारेबाजी के बाद धरना पर बैठ गये। मौके पर ताजपुर प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर माले जिला कमिटी सदस्य आसिफ होदा, प्रखंड कमिटी सदस्य प्रभात रंजन गुप्ता, ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, शंकर महतो, बासुदेव राय, मो. एजाज़ समेत चांद बाबू, मो. इरशाद, मो. सरफराज, मो. वाहीद होदा, संजीव राय, रामरतन सिंह, रवींद्र प्रसाद सिंह, कैलाश सिंह, हरेंद्र सिंह, मो. अबुबकर, बखेरी सिंह, मलितर राम, नरेश ठाकुर, मो. हुसैन, मो. कयूम, बिरजू कुमार आदि दर्जनों वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए अस्पताल की कुव्यवस्था के लिए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को जिम्मेवार बताया।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में माले नेता सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि समस्तीपुर के आसपास के 7-8 प्रखंड के अलावे सीमावर्ती ईलाके मुजफ्फरपुर एवं वैशाली जिला के सैकड़ों रोगी रोज ईलाज कराने आते हैं। इलाज के अभाव मे वे निराश होकर लौट जाते हैं। उन्होंने कहा कि 8 सृजित पद पर मात्र 3 चिकित्सक एवं 4 सृजित पद पर मात्र 3 नर्स यहां सेवारत है। महिला चिकित्सक का पद खाली पड़ा है।

ममता द्वारा प्रसव कराने से बच्चे- जच्चे की मौतें बढ़ती जा रही हैं। कभी जांच केंद्र बंद, कभी एक्सरे केंद्र बंद तो कभी आवश्यक दवा की किल्लत से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। रात्रि में चिकित्सक के नहीं रहने के कारण आकस्मिक रोगी के परिजनों द्वारा कई बार अस्पताल में हंगामा, तोड़फोड़ की घटनाएं हो चुकी हैं।

माले जिला कमिटी सदस्य आसिफ होदा एवं प्रखंड कमिटी सदस्य प्रभात रंजन गुप्ता ने कहा कि अस्पताल में प्रसव कार्य, रोगी को एडमिट करने, जन्म प्रमाण पत्र देने आदि में अवैध वसूली किया जाता है।

मौके पर तैनात मजिस्ट्रेट मनरेगा पदाधिकारी सुमित कुमार के पहल पर 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सोनेलाल राय से मिलकर 5 सूत्री मांग पत्र सौंपकर यथाशीघ्र मांग पूरा करने अन्यथा आगामी 30 नवंबर को अस्पताल में तालाबंदी करने की चेतावनी दी।

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