विराट करम महोत्सव पर दिखा झारखंडी संस्कृति, नृत्य और संगीत

प्रहरी संवाददाता/बगोदर (गिरिडीह)। गिरिडीह जिला के हद में बगोदर बस पड़ाव में 21 सितंबर विराट करम महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर यहां झारखंडी रीति रिवाज से विधिवत करमइतियों के द्वारा जावा को जगा कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।

विराट करम महोत्सव के अवसर पर बगोदर प्रखंड के विभिन्न स्कूलों से छात्राओं ने प्राकृतिक पर्व करम के नृत्य प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में कई गाँवों से झूमर टीम भी अपनी कला का अखाड़ा में बेहतर प्रदर्शन किया।

इस दौरान जेबीकेएसएस द्वारा बेहतर प्रदर्शन करने के लिए स्कूली छात्राओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही झारखंड के संस्कृति के तहत नेटूव का भी बेहतर प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जयराम महतो का जोरदार स्वागत किया गया। जयराम को देखने यहां आसपास के दर्जनों गांवो के रहिवासियों की भीड़ उमड़ पड़ी थी ।

इस अवसर पर उपस्थित जन समूह को सम्बोधित करते हुए टाईगर जयराम महतो ने कहा कि झारखंड की पहचान ही हमारे पर्व और त्यौहार से है। झारखंड में करम पर्व का अलग ही महत्व है। उन्होने कहा कि झारखंड राज्य अलग होने से 22 साल हो गया, लेकिन झारखंडियों के हित के लिए आज तक कोई नीति नही बनी।

जिसके कारण यहाँ के रहिवासियों को हर क्षेत्र में शोषण हो रहा है। कहा कि सरकार तो बदल गई पर झारखंडीयों के चेहरे पर मुस्कान नही है। दिनेश साहु ने कहा कि हमलोगो ने अपना संस्कृति को बचाने के लिए कमर कस लिए है। धीरे धीरे अपने पुर्वजों के द्वारा जो संस्कृतिक नाच गान को दुर जा रहा है इसे लेकर झारखण्डयों को जगाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।

छात्र नेता मनोज यादव ने कहा कि अब झारखंड मे उलूलू झुलूलू नही चलेगा। जेबीकेएसएस में हेलीकोप्टर से उतरने वाले के लिए जगह नही है। कार्यक्रम मे मोतीलाल महतो, छोटन, छात्र दिनेश साहू, सोहन लाल महतो, नितिश पटेल, शशि ठाकुर, जितेन्द्र साव सहित काफी संख्या मे समर्थक मौजुद थे।

 

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