श्रावणी मेला न होने की स्थिति में सभी का सहयोग जरुरी-उपायुक्त

एस.पी.सक्सेना/देवघर (झारखंड)। देवघर जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री (Deoghar district deputy commissioner Manjunath bhajantri)  की अध्यक्षता में 23 जुलाई को समाहरणालय सभागार में श्रावणी मेला 2021 के न होने के स्थिति से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गयी।

उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि बढ़ते संक्रमण के प्रकोप और संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए भारत सरकार व राज्य सरकार के आदेशानुसार वर्तमान में मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पूर्णतः रोक लगाया गया है।

ऐसे में श्रावणी मेला के आयोजन न होने की स्थिति में विधि-व्यवस्था व सुरक्षा व्यवस्था को आपसी समन्वय के साथ और भी सुदृढ़ करने की तैयारियों को तय समय अनुसार दुरूस्त करने की आवश्यकता है।

बैठक के दौरान उपायुक्त भजंत्री द्वारा जानकारी दी गयी कि मंदिर व इसके आस-पास के क्षेत्रो में श्रद्धालुओं के गतिविधियों से संबंधित प्राप्त सूचना के आलोक में सीमावर्ती ईलाकों, चेक पोस्टों पर दण्डाधिकारी एवं सुरक्षा कर्मियों को ब्रीफ करने के पश्चात 24 जुलाई से तैनात किया जायेगा।

साथ हीं मंदिर के आस-पास व रूटलाईन क्षेत्र हेतु उड़नदस्ता दल का गठन करते हुए दण्डाधिकारियों व पुलिस फोर्स को प्रतिनियुक्ति करते हुए 24×7 एक्टिव मोड में टीम को अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमणशील रखने का निर्देश उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को दिया।

उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार इनकी संख्या और भी बढ़ायी जायेगी, ताकि कोई भी बाहरी वाहन या बाहर से पूजा-पाठ करने हेतु किसी श्रद्धालु को मंदिर परिसर के आस-पास न जाने दिया जाय। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के रोकथाम को लेकर वर्तमान में मंदिर परिसर में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश पूर्णतः निषिद्ध है।

ऐसे में बाबा मंदिर के आस-पास श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्रित ना होने पाए एवं कोरोना संक्रमण के संभावित प्रसार के रोकथाम हेतु विभिन्न स्थानों पर ड्रॉपगेट बैरियर लगाकर पालीवार दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों व पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति तीन पालियों में की गई है, ताकि लोगों को मंदिर व शिवगंगा के आस-पास इकट्ठा होने से रोका जा सके।

समीक्षा के क्रम में उपायुक्त भजंत्री द्वारा जानकारी दी गयी कि आने वाले समय में जिलावासियों की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा का इंतजाम किया जायेगा, जिसके माध्यम से बड़े वाहनों को मंदिर के आस-पास के क्षेत्रों में प्रवेश की इजाजत नहीं दी जायेगी।

इसके अलावे झारखंड के अलावा दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों को बाहर से बाहर ही उनके गंतव्य स्थान तक भेजा जायेगा। साथ हीं तीसरी कड़ी मंदिर व आस-पास के क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत बनाया जायेगा।

उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण में जिलावासियों ने अब तक जिस प्रकार जिला प्रशासन का सहयोग किया है, वाकई काबिले तारीफ है। हमें आगे भी पूर्ण भरोसा है कि इनका सहयोग इसी प्रकार मिलता रहेगा।
समीक्षा बैठक में उपायुक्त ने वृहत स्तर पर प्रचार-प्रसार व जागरूकता को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।

साथ हीं जिला स्तर के अलावा सीमावर्ती ईलाकों, बस स्टैंड, होटल, धर्मशाला, सार्वजनिक स्थलों व रेलवे स्टेशनों पर भी बैनर पोस्टर का उपयोग करते हुए व्यापक प्रचार-प्रसार की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों दिया गया।
बैठक में पुलिस अधीक्षक धनंजय कुमार सिंह द्वारा जानकारी दी गयी कि संबंधित विभिन्न थानों को अतिरिक्त पुलिस फोर्स दिया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से त्वरित निपटा जा सके।

साथ हीं प्रतिनियुक्त सभी पुलिस पदाधिकारियों व पुलिस के जवानों को ब्रिफ करते हुए चिन्ह्ति स्थलों पर कल से प्रतिनियुक्त कर दिया जायेगा। वहीं 6 पेट्रोलिंग टीम 24×7 चिन्ह्ति क्षेत्रों में एक्टिव रहेगी, ताकि किसी भी विशेष परिस्थिति से निपटा जा सके।

बैठक में उपरोक्त के अलावे उप विकास आयुक्त संजय सिन्हा, नगर आयुक्त शैलेन्द्र कुमार लाल, अपर समाहर्ता चन्द्रभूषण प्रसाद सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी-सह-प्रभारी पदाधिकारी बाबा बैद्यनाथ मंदिर देवघर दिनेश कुमार यादव, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पवन कुमार, मुख्यालय पुलिस उपाधीक्षक मंगल सिंह जामुदा, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार, सूचना विज्ञान पदाधिकारी एबी राॅय, प्रभारी पदाधिकारी गोपनीय शाखा विवेक मेहता, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी राजीव रंजन, प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारी देवघर, देवीपुर व मोहनपुर सहित संबंधित थानों के थाना प्रभारी आदि उपस्थित थे।

 

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