उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने किया रामगढ़ जिले का दौरा

कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों के बीच किया सहायता सामग्रियों का वितरण
एस.पी.सक्सेना/रामगढ़। झालसा द्वारा संचालित शिशु परियोजना के तहत 12 जून को झारखंड (Jharkhand) उच्च न्यायालय रांची के न्यायाधीश सह कार्यपालक अध्यक्ष झालसा जस्टिस अपरेश कुमार सिंह (Director Jhalsa Justice Apresh Kumar Singh) ने अपनी धर्मपत्नी वंदना सिंह के साथ रामगढ़ जिले के हद में बारलौंग पंचायत का दौरा किया।
मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामगढ़ सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार निकेश कुमार सिन्हा एवं उप विकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा ने उनका स्वागत किया। इस दौरान न्यायाधीश ने पीडीजे एवं उप विकास आयुक्त से बारलौंग पंचायत अंतर्गत कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों की जानकारी ली। इस दौरान पीडीजे एवं उप विकास आयुक्त ने बताया कि जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में जिला प्रशासन एवं पारा लीगल वालंटियर्स के माध्यम से कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों का सर्वे कराया गया है। जिनमें बारलौंग पंचायत में एक ही परिवार के दो बच्चे एवं एक बच्ची के अनाथ होने का मामला सामने आया है। इसके बाद जिला प्रशासन एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा इन्हें चिन्हित कर सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं तथा सहायता राशि उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है।
इस अवसर पर न्यायाधीश द्वारा उप विकास आयुक्त एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव से बच्चों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभ देने की बात कही गई। उप विकास आयुक्त ने न्यायाधीश को जानकारी दी कि तीनों बच्चों को अच्छी शिक्षा एवं भरण पोषण मिले, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है। मौके पर न्यायाधीश एवं उनकी धर्मपत्नी द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकार के माध्यम से अंतरिम सहायता के रूप में दस हजार रुपए तथा स्पॉन्सरशिप योजना के तहत तीनों बच्चों को दो-दो हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया। साथ ही सभी बच्चों के बीच वस्त्र, सुखा राशन सहित अन्य महत्वपूर्ण सामग्रियों का वितरण किया गया।
इस दौरान न्यायाधीश द्वारा तीनों बच्चों के वर्तमान आवास का निरीक्षण कर जिला प्रशासन रामगढ़ को प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला योजना सहित अन्य योजनाओं के माध्यम से त्वरित लाभ देने का निर्देश दिया। उन्होंने विशेष रूप से बारलौंग पंचायत के पारा लीगल वालंटियर निरंजन कुमार को लगातार तीनों बच्चों के संपर्क में रहने एवं उन्हें लाभ देना सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। मौके पर न्यायाधीश ने तीनों बच्चों को पढ़ लिख कर जीवन में सफलता प्राप्त करने हेतु प्रोत्साहित करते हुए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर झारखंड उच्च न्यायालय विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव संतोष कुमार, झालसा सदस्य सचिव मोहम्मद शाकिर, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी सह रजिस्ट्रार व्यवहार न्यायालय रामगढ़, जिला भू अर्जन पदाधिकारी सह जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, अंचल अधिकारी रामगढ़, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, सहायक जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष, प्रखंड कृषि पदाधिकारी रामगढ़ सहित अन्य अधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।

 257 total views,  1 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *