आदिवासी मुख्यमंत्री हूँ, किसी से डरनेवाला नहीं-हेमंत सोरेन

केंद्र से पैसा मांगते हैं तो ईडी लगा देता है, अब होगी आर-पार की लड़ाई-सीएम

एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीते 14 अक्टूबर पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में गोइलकेरा प्रखंड में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आदिवासी मुख्यमंत्री हूँ, किसी से डरनेवाला नहीं हूँ। उन्होंने भाजपा और इडी जैसी संस्थाओं से आर-पार की लड़ाई की बात कही।

सीएम सोरेन ने कहा कि हम जैसे ही तेजी से चलने लगते हैं, हमें कहीं से कोर्ट-कचहरी का ऑर्डर या किसी संस्था का नोटिस भिजवा दिया जाता है कि हाजिरी दो। इसलिए अब हमने भी सोच लिया है कि सीधी लड़ाई होगी। देखा जायेगा, इस पार या उस पार। सीएम गोइलकेरा प्रखंड में मंत्री जोबा माझी के दिवंगत पति देवेंद्र माझी की 29वीं श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे।

सीएम हेमंत सोरेन ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इनलोगों को लगता है कि हमको जेल में बंद कर ये अपने मंसूबे में सफल हो जायेंगे। मैं यह बता देना चाहता हूं कि अगर गलती से जेल में रहा भी, तो और मजबूती से निकल कर आऊंगा। कहा कि झारखंडी जनता आपके साथ लोहा लेने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अजीब हालत है। हम गरीब हैं, तो कुछ भी बोल लो।

कुछ भी आरोप लगा लो। इनलोगों को तो वॉशिंग मशीन कहा जाता है। गंदा आदमी को विपक्ष की मशीन में डाल दो, तो साफ हो जाता है। यह कमाल है। कहा कि 20 साल सरकार तुम चलाओ और हम भ्रष्टाचारी हो गये। बुजुर्ग को पेंशन दी, तो भ्रष्टाचारी हो गये। विधवा को पेंशन दी, बच्ची को छात्रवृत्ति दी, तो हम भ्रष्टाचारी हो गये।

सीएम सोरेन ने कहा कि जंगल में रहनेवाले आदमी को तुम कौन से जाल में फंसाओगे? सब जाल कुतर डालेंगे। आपका एक भी जाल नहीं बचेगा। कहा कि रोज ये लोग सरकार गिराते हैं। रोज प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री बन जाता है।

लेकिन हेमंत सोरेन को ये लोग खाके चबा नहीं पा रहे हैं। जिस दिन ये हेमंत गला में उतारेगा, उस दिन इनका गला फट जायेगा। हमलोगों की हड्डी इतनी कमजोर नहीं है कि तुमलोग जैसा चाहोगे, वैसा कर लोगे। आज इसलिए पुण्यतिथि नहीं हमारे लिए सीख का दिन है।

सीएम ने कहा कि अलग राज्य लेने में 40 वर्ष लग गये और सत्ता मिलने में 20 वर्ष लग गये। इस दौरान बहुत कुछ लुट गया है। उन सभी चीजों को वापस लाना है। 20 साल में राज्य का खजाना खाली कर दिया गया। हमने देखा कि बहुत सारा पैसा राज्य सरकार का भारत सरकार पर बनता है। हमने हिसाब निकाला है।

अब जब वह लेने का वक्त आया, तो हम पर संस्थाओं का जाल फेंकने लगे। कहा कि झारखंड का हक (बकाया 1.36 लाख करोड़ रुपये) मांगने पर केंद्र सरकार इडी व अन्य केंद्रीय संस्थाओं की मदद से मुझे फंसाने व राज्य सरकार को गिराने की साजिश कर रही है। इतिहास गवाह है कि भाजपा ने झारखंड में किसी आदिवासी मुख्यमंत्री को पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं करने दिया।

केवल गैर आदिवासी छत्तीसगढ़िया सीएम ने कार्यकाल पूरा किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनने के एक घंटा के बाद से भाजपा ने सरकार गिराने के हथकंडे अपनाने शुरू कर दिये थे। इस बीच कोविड-19 और सुखाड़ के कारण झारखंड को झटका लगा। इसके बावजूद हम जनता के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश करते रहे।

पूर्व की सरकारों ने आदिवासियों के अस्तित्व को मिटाने और लूटपाट का काम किया। भोले-भाले आदिवासी सजग रहें। कहा कि आदिवासी मुख्यमंत्री हूं। किसी से डरनेवाला नहीं। झारखंड में आदिवासी हक की लड़ाई मजबूती से लड़ी जा रही है। पूर्व की सरकारों ने 20 वर्षों से राज्य का बेड़ा गर्क कर दिया। हम पटरी पर ला रहे हैं। ऐसी व्यवस्था करने जा रहा हूं कि बीडीओ और सीओ घर-घर जाकर जनहित का काम करेंगे।

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