जोजोगुटू में 7 लोगों की मौत के बाद पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम

सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला (West Singhbhum District) के हद में छोटानागरा पंचायत के जोजोगुटू समेत अन्य गांवों में फैली अज्ञात बीमारी से 7 लोगों की मौत के बाद  स्वास्थ्य विभाग (Health Department) हरकत में आयी। इसे लेकर चाईबासा सदर अस्पताल एवं मनोहरपुर सीएचसी की डाक्टरों की टीम जोजोगुटू पहुंचकर ग्रामीण रहिवासियों की स्वास्थ्य जांच की।

जानकारी के अनुसार जोजोगुटू समेत अन्य गांवों में फैली अज्ञात बीमारी से 7 लोगों की मौत के बाद सैकड़ों बीमार की खबर के बाद चाईबासा सदर अस्पताल एवं मनोहरपुर सीएचसी की डाक्टरों की पूरी टीम 14 जुलाई को जोजोगुटू गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में चिकित्सा शिविर लगाकर गांव के मरीजों का युद्ध स्तर पर जाँच प्रारम्भ किया।

इस संबंध में खबर छपने के बाद व्यापक असर हुआ और स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली। इस शिविर में सैकड़ों मरीज जिसमें बच्चे व महिलाएं भी थीं, सभी इलाज कराने पहुंचे। दर्जनों मरीजों की स्थिति गंभीर देखी गई।

वे लोग बुखार से कांपते, उल्टी आदि करते नजर आये। सभी मरीजों का एक-एक कर मलेरिया जांच विशेष किट से किया गया। तत्पश्चात चार चिकित्सकों की अलग-अलग टीम बैठकर बारी-बारी से मरीजों का इलाज कर जरूरी दवाइयां दी।

पश्चिम सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री (Chief Minister) मधु कोड़ा भी जोजोगुटू आने के लिये चल दिये हैं और कुछ देर में पहुंचेंगे। डॉ संजय कुजूर के नेतृत्व में चाईबासा से आयी आईडीपीएस और आरआरटी विभाग (IDPS And RRT Department) की टीम ने गांव के मृत मरीजों के घर जाकर मौत होने की वास्तविक वजहों का पता लगाने में लगी है।

चिकित्सकों ने माना कि जिला में चिकित्सा सुविधा चरमराने की मुख्य वजह 215 डॉक्टरों की जगह मात्र 65 डाक्टरों का होना है। इसी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर चिकित्सा सुविधा रहिवासियों को उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं। एम्बुलेंस व 108 एम्बुलेंस में भी डीजल भराने संबंधित फंड की समस्या है, जो एक बड़ा मामला है। इस दौरान एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर ने भी मृतक परिवारों से मिलकर घटना व बीमारी के बारे में जानकारी ली।

जोजोगुटू में आयोजित चिकित्सा शिविर में चाईबासा सदर अस्पताल से डॉ संजय कुजूर (जिला सर्विलांस सह भीबीडी प्रभारी), डॉ कन्हैया लाल उरांव (प्रभारी, मनोहरपुर सीएचसी), डॉ अनिल कुमार (छोटानागरा अस्पताल), डॉ अजय कुमार (सदर अस्पताल चाईबासा) के अलावे डॉ संजय कुजूर के नेतृत्व में आईडीपीएस और आरआरटी टीम के पदाधिकारियों में अजमत अजीम (इपिडिमियोलौजिस्ट), आदि।

शशि भूषण महतो (मलेरिया कन्स्लटेंट), विवेक कुमार (माइक्रो बायोलौजिस्ट), एहसान फारुख (एमटीएस), मनीष कुमार (एफएलए-भीबीटी), फार्मासिस्ट रौशन कुमार, पारा मेडिकल स्टाफ ब्रजमोहन हेस्सा (सभी सदर अस्पताल चाईबासा) आदि शामिल थे।

वहीं किरीबुरु के एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर, मनोहरपुर के बीडीओ हरि उरांव, प्रखंड प्रमुख गुरुवारी देवगम, किरीबुरु के इन्स्पेक्टर वीरेन्द्र एक्का, छोटानागरा थाना प्रभारी उमा शंकर वर्मा आदि पूरा जिला प्रशासन जोजोगुटू में कैंप किये हैं।

इस अवसर पर छोटानागरा पंचायत की मुखिया मुन्नी देवगम, जोजोगुटू गांव के मुंडा कानूराम देवगम, छोटानागरा के मुंडा बिनोद बारीक, सुशेन गोप आदि ने कहा कि छोटानागरा सरकारी अस्पताल में डॉक्टर कभी बैठते नहीं हैं। बाईहातु जल मीनार से नदी का दूषित लाल पानी बिना फिल्टर के सप्लाई किया जा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग मलेरिया की रोकथाम हेतु डीडीटी आदि का छिड़काव नहीं करती।छोटानागरा अस्पताल में एम्बुलेंस तक की सुविधा नहीं है तथा 108 नम्बर पर भी फोन करने पर एम्बुलेंस नहीं आता है। रहिवासियों ने कहा कि छोटानागरा अस्पताल में एक चिकित्सक व सहयोगी स्टाफ प्रतिदिन बैठने की व्यवस्था, एम्बुलेंस की सुविधा तथा जल मीनार से पानी को फिल्टर कर शुद्ध पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था हो।

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