चतुर्थवर्गीय सरकारी कर्मचारी संघ की बैठक संपन्न

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 13 नवंबर को स्थानीय सिटी पार्क बोकारो में झारखंड राज्य चतुर्थवर्गीय सरकारी कर्मचारी संघ जिला शाखा बोकारो की बैठक संघ के जिला अध्यक्ष पशुपति नायक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।

इस अवसर पर संघ के जिला सचिव प्रेमशंकर राम ने सभी आगत साथियों का स्वागत करते हुए झारखंड राज्य चतुर्थवर्गीय सरकारी कर्मचारी संघ के सांगठनिक गतिविधियों से अवगत कराया।

बैठक में मुख्य रूप से चतुर्थवर्गीय सरकारी कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री सपन कुमार कर्मकार ने कहा कि अविभाजित बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य बनने के पश्चात् राज्य का निर्माण हुए। 22 वर्षों में भी राज्य के चतुर्थवर्गीय कर्मियों को पद प्रोन्नति की सुविधा प्रदान नहीं की जा सकी।

बहुत सारे चतुर्थवर्गीय कर्मी कार्य क्षमता रहते हुए भी बगैर पद प्रोन्नति के रिटायर कर गये। बहुत से चतुर्थवर्गीय कर्मियों का उम्र सीमा भी पार कर रही है। पूरे राज्य में विभिन्न जिलों के चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों द्वारा अपनी दयनीय स्थिति से राज्य के मुख्यमंत्री के साथ-साथ विधान सभा सदस्यों को भी अपनी दयनीय स्थिति से अवगत कराया।

साथ हीं मांग पत्र समर्पित करते हुए न्याय की गुहार लगाई है। कर्मकार ने कहा कि अविभाजित बिहार के समय में चतुर्थवर्गीय कर्मियों को तृतीय वर्ग में प्रोन्नति की परिपाटी रही है, जो सेवा संहिता के नियमों के अनुकूल था। झारखंड अलग होने के बाद से इन नियमों का अनदेखी कर राज्य के चतुर्थवर्गीय कर्मियों को प्रोन्नति का लाभ से वंचित रखा गया है।

किसी सरकारी प्रतिष्ठान में कार्यरत पदाधिकारी, कर्मचारी के बीच प्रशासनिक कार्यालय हो या विकास से संबंधित कार्यालय सभी जगह चतुर्थवर्गीय कर्मी, अनुसेवक चौकीदार, ड्रेसर, महिला कक्ष सेवक पुरूष कक्ष आदि के पद पर कार्यरत हैं। सभी वर्गों में प्रोन्नति की श्रृंखला पाँच से सात स्तर पर विद्यमान है।

मात्र यह सबसे पिछड़ा चतुर्थवर्गीय कर्मी हैं जिसको बिहार में 50 प्रतिशत पदों पर तृतीय वर्ग में प्रोन्नति का अधिकार दिया गया था। हर वर्ष प्रोन्नति मिलती थी। परंतु झारखंड निर्माण का 22 वर्ष में भी चतुर्थवर्गीय कर्मियों को तृतीय वर्ग में प्रोन्नति नहीं हो सका। राज्य में दैनिक वेतन भोगी कर्मी, अनुबंध कर्मी, संविदा पर कार्यरत कर्मी में भी क्षोभ व्याप्त है।

राज्य सरकार एवं राज्य के वरीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण अल्पवेतन भोगी कर्मी सुविधा के लिए तरस रहे हैं। उच्च न्यायालय से जिले में दैनिक वेतन भोगी कर्मी, अनुबंध कर्मी, संविदा कर्मियों की सेवा स्थायी करने का आदेश दिये जाने के बावजूद इन्हें स्थायी नहीं किये जाने से इनके मनोबल पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।

कर्मकार ने चतुर्थवर्गीय सरकारी कर्मियो को वर्ग 4 से वर्ग 3 में पद प्रोन्नति प्रदान करने समेत अन्य ज्वलंत मांगो की अविलंब पूर्ति करने की मांग झारखंड सरकार से किया।

बैठक में संघ के प्रदेश महामंत्री सपन कुमार कर्मकार, जिलाध्यक्ष पशुपति नायक, जिला सचिव प्रेम शंकर राम, हरिलाल मोहली, खगेंद्र महतो, जगतपति पासवान, अनिल कुमार महतो, गदाधर महतो, सुदीप कुमार मंडल, तिलेश्वरी देवी, रमेश कुमार दास आदि ने संबोधित किया।

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