पूर्व मंत्री ने कैंसर पीड़ितों को तोहफे में दिया म्हाडा के 100 फ्लैटों का धर्मशाला,

जितेंद्र आव्हाड की मौजूदगी में डॉ. बड़वे ने किया धर्मशाला का उद्घघाटन

मुश्ताक खान/मुंबई। एशिया महादेश का इकलौता टाटा मेमोरियल सेंटर में देश के विभिन्न राज्यों से कैंसर का इलाज करने के लिए आने वाले मरीजों को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के दबंग नेता एवं पूर्व आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने अपने कार्यकाल के दौरान इस परियोजना को अमलीजामा पहनाया था, जो अब सार्थक हुआ है।

इस परियोजना के तहत म्हाडा के 100 फ्लैटों को कैंसर पीड़ितों व उनके परिजनों के रहने के लायक धर्मशाला बनाया गया है। टाटा मेमोरियल सेंटर (TATA MEMORIAL Center) के 5 डी बिल्डिंग में उक्त धर्मशाला का उद्घघाटन डॉ. राजेंद्र बड़वे ने पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड की मौजूदगी में किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य मौजूद थे।

गौरतलब है कि राकांपा के पूर्व आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने कैंसर पीड़ितों को बतौर तोहफा इस परियोजना को हरी झंडी दी थी। उसके बाद म्हाडा द्वारा मुंबई के परेल, भोईवाड़ा स्थित 5 डी बिल्डिंग के 100 फ्लैटों को कैंसर के रोगियों और उनके परिजनों के लिए धर्मशाला बनाया गया है। जिसका उद्घघाटन डॉ. राजेंद्र बड़वे ने पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड की मौजूदगी में किया गया।

ताकि मुंबई के बहार से आने वाले कैंसर रोगियों के रहने की परेशानियों को कम किया जा सके। इस धर्मशाला को बनाने और बनवाने में म्हाडा के वीपी और सीईओ अनिल दिग्गीकर, डॉ. शैलेश वी के अथक प्रयास का परिणाम है। वहीं टीएमसी के उप निदेशक डॉ. श्रीखंडे ने इस परियोजना को अपने बचपन से पोषित किया और इसे सफल होने की शुभकामनाएं दी।

सीएसआर फण्ड से बना 100 फ्लैटों के धर्मशाला का फर्नीचर

गौर करने वाली बात यह है कि इस धर्मशाला के प्रत्येक फ्लैट को एचडीएफसी, एएमसी और रोटरी क्लब ऑफ बॉम्बे के सीएसआर फण्ड कार्यान्वित किया गया है। इस धर्मशाला का रखरखाव व संचालन भी इसी फण्ड से किया जायेगा।

उद्घघाटन समारोह में एचडीएफसी के प्रबंध निदेशक नवनीत मुनोत, एएमसी के संदीप अग्रवाल, रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3141 के गवर्नर, बॉम्बे के रोटरी क्लब के अध्यक्ष विनीत भटनागर आदि उपस्थित थे।

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश इस धर्मशाला में रोगियों और उनके परिजनों के लिए आरामदायक और सुरक्षित रहने की लगभग सारी सुविधाएं मौजूद है। हर फ्लैट में आरामदायक बिस्तरों के साथ, साफ-सुथरा घरेलू वातावरण प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह धर्मशाला टीएमसी से नजदीक है, इससे मरीजों की चिकित्सा और देखभाल देख भाल आसान होगा।

नव निर्मित धर्मशाला में कैसे मिलेगी रहने की जगह

मुंबई के परेल परिसर में भोईवाड़ा स्थित 5 डी बिल्डिंग के 100 फ्लैटों को कैंसर के रोगियों के लिए विशेष रूप से बनाया गया है। 24 मंजिले इस इमारत के 17 से लेकर 24 मंजिल तक सिर्फ टीएमसी के मरीजों को ही दिया जायेगा। टीएमसी प्रबंधन द्वारा तय किया गया है कि यहां आने वाले मरीजों के हालत को देखते हुए सोशल वर्कर्स ही फैसला करेंगे कि किसको देना जरूरी है या नहीं।

चूंकि बड़ी संख्या में कैंसर के मरीज और उनके परिजन फुटपाथ पर या अस्पताल के पास पुल के नीचे रहने को मजबूर है। कयास लगाया जा रहा है कि इस धर्मशाला के शुरू होने के बाद यहां के हालत बदल जायेंगे। इस परियोजना के कार्यान्वयन भागीदार बॉम्बे का रोटरी क्लब (जिला 3141) एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के सहयोग से पूरा किया जा रहा है।

राकांपा के पूर्व आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड का महत्वपूर्ण फैसला मील का पत्थर साबित होगा। इससे टाटा मेमोरियल अस्पताल का उद्देश्य अपने रोगियों को व्यापक देखभाल करना है, आवास की सुविधा सहित, मरीजों पर पड़ने वाले बोझ को भी कम करना है।

इससे बाहर के मरीजों और उनके परिजनों को अतिरिक्त खर्च से बचने का प्रयास है। इलाज के दौरान रहने के लिए जगह ढूंढने की परेशनियों से भी लोगों को बचना है। टीएमसी प्रबंधन ने विश्वास जताया है कि यह सुविधा रोगियों के समग्र अनुभव को बेहतर बनाने में मदद करेगी।

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