सेल में 18 बाहरी कर्मियों की जॉइनिंग के खिलाफ पूर्व सीएम द्वारा जंग का ऐलान

रहिवासी मजदूर अपना पसीना दे, मैं खून दूंगा-मधु कोड़ा

सिद्धार्थ पांडेय/चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम)। मजदूर अपना पसीना दे, मैं खून दूंगा। संयुक्त यूनियनों एवं मजदूरों को धोखे में रखकर सेल प्रबंधन ने 18 बाहरी कामगारों को नियुक्ति दे दी है। आगामी 28 जून को इसके खिलाफ जंग होगा, जिसकी जबाबदेही सेल प्रबंधन की होगी।

उक्त बाते झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने पश्चिम सिंहभूम जिला के हद में गुवा के ठाकुरा गांव स्थित तारे जमीन फाउंडेशन द्वारा वनभोज सह संयुक्त यूनियन एवं सेल कर्मियों के साथ बैठक में कही।

पूर्व सीएम कोड़ा ने कहा कि जब तक सभी यूनियन एवं मजदूर एकजुट नहीं होंगे, तब तक हम मंजिल को हासिल नहीं कर सकते हैं। इसी सिलसिले में आगामी 28 जून को बाहर से आए 18 मजदूरों को सेल प्रबंधन द्वारा जो जॉइनिंग दी गई है उसे निरस्त करने की मांग को लेकर सेल गुवा मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय का घेराव की घोषणा संयुक्त यूनियन के बीच की गई।

साथ ही अन्य मांगों में 500 स्थानीय रहिवासियों को नोट शीट, सप्लाई में बहाल की जाने एवं सप्लाई में कार्यरत मजदूरों को परमानेंट नौकरी दिए जाने का मुद्दा की पहल की गई। कहा गया कि उसके बाद भी सेल प्रबंधन नहीं माने तो आंदोलन को वृहद रूप से रूप-रेखा तैयार कर अनिश्चितकाल के लिए सेल का चक्का जाम कर दिया जाएगा।

ज्ञात हो कि, गुवा सेल में बीते दिसंबर माह में स्थानीय बेरोजगारों की मांगो को दरकिनार कर बोकारो व अन्य राज्यों से आए 18 बाहरी मजदूरों को जॉइनिंग दे दिए जाने को लेकर संयुक्त यूनियन एकजुट होकर लगातार आंदोलनरत है। इन संयुक्त यूनियनों का नेतृत्व झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा तथा पूर्व सांसद गीता कोड़ा कर रहे है।

मजदूरों द्वारा लगातार आंदोलन को देख सेल प्रबंधन ने सेल के उच्च अधिकारियों के साथ बोकारो में बैठक की गई थी। जहां सेल के उच्च अधिकारियों ने आश्वस्त किया था कि गुवा सेल में 18 बाहरी मजदूरों को गुवा सेल में जॉइनिंग नहीं दी जाएगी।

उसके बाद संयुक्त यूनियनों ने आंदोलन को समाप्त कर दिया था। उसके बाद पुनः मई माह में संयुक्त यूनियनों को धोखे में रख चुनाव को लेकर आचार संहिता लगते हीं बाहरी 18 मजदूरों को जॉइनिंग दे दी गई। ताकि संयुक्त यूनियन आचार संहिता में कोई आंदोलन ना कर सके।

इसका संयुक्त यूनियन द्वारा पुरजोर विरोध किया जा रहा है। इसके लिए सभी मजदूरों के साथ पिछले बैठक में आंदोलन की रणनीति बनाई गई थी। जिसमें सेल प्रबंधन को संयुक्त यूनियनों ने बाहरी मजदूरों को जॉइनिंग दी गई है उसे अभिलंब निरस्त करने या 200 सप्लाई व ठेका मजदूरों को परमानेंट करने की मांग की गयी है। इस पर सेल प्रबंधन ने बीते 19 जून तक आश्वासन दिया था कि इस पर विचार की जाएगी।

परंतु अब संयुक्त यूनियन सेल प्रबंधन के झांसे में नहीं आने वाली है। आंदोलन की रूप रेखा तैयार करते हुए आगामी 28 जून को सेल गुवा मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय में शक्ति प्रदर्शन करते हुए घेराव की जाएगी। उसपर भी सेल प्रबंधन नहीं माने तो अनिश्चितकाल के लिए चक्का जाम कर दी जाएगी।

उन्होंने अपनी मांगों को लेकर कहा कि गुवा अयस्क खान के स्थाई कर्मी के सेवानिवृत्त के साथ ही उसके एक आश्रित को नौकरी दी जाए, गुवा अयस्क खान में 500 रिक्त पदों पर गुवा ग्रामवासी एवं आसपास के सीएसआर गांव के शिक्षित बेरोजगारों को नियुक्ति सप्लाई में की जाए, सप्लाई एवं नोटशीट में कार्यरत मजदूरों को समान कार्य के बदले समान दर से भुगतान किया जाए।

संयुक्त यूनियन में मुख्य रूप से झारखंड मजदूर संघर्ष संघ, बोकारो स्टील वर्कर्स यूनियन (इंटक), सप्लाई मजदूर संघ, सारंडा मजदूर संघ, सीटू, झारखंड मजदूर मोर्चा शामिल हैं।

इस दौरान मौके पर मधु कोड़ा की अध्यक्षता में गठित टीम में श्रमिक नेता रमा पांडेय, अंतर्यामी महाकुड़, किशोर सिंह, मनोज बाखला, विश्वजीत तांती, संजय सांडिल, प्रदीप सुरीन, गुरुचरण दास, सिकंदर पान, राकेश चक्रवर्ती, राजेश कोड़ा, समीर हलधर, पंकज गुप्ता, आदि।

संजु गोच्छाईत, राम हाईबुरु, मोहम्मद आजीम, नेपा स्वर्णकार, कमलजीत सिंह, जनप्रतिनिधियों में जिला परिषद सदस्य देवकी कुमारी, पश्चिमी पंचायत मुखिया पद्मिनी लागुरी, पूर्वी पंचायत मुखिया चांदमुनी लागुरी, बाल अधिकार सुरक्षा मंच के पदमा केशरी सहित काफी संख्या में पुरुष एवं महिला मजदूर उपस्थित थे।

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