गजेन्द्र मोक्ष घाट पर मनायी गई देव दिवाली
प्रहरी संवाददाता/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में विश्व विख्यात हरिहर क्षेत्र सोनपुर के प्रसिद्ध श्रीगजेन्द्रमोक्ष देवस्थानम् नौलखा मंदिर में आयोजित श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ 15 नवंबर को हवन पूर्णाहुति के साथ संपन्न हो गया। इस अवसर पर श्रीगजेन्द्र मोक्ष घाट पर संध्या बेला में देव दिवाली मनाया गया, जिससे सम्पूर्ण घाट जगमग करने लगा।
सोनपुर के हरिहर क्षेत्र मेला और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पिछले चार दिनों से जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी लक्ष्मणाचार्य जी महाराज के सानिध्य में चल रहे यज्ञ के अंतिम दिन विद्वान ब्राह्मणों द्वारा पूरे विधि विधान से पूजन व हवन कराया गया। अंतिम दिन श्रीगजेन्द्रमोक्ष घाट पर स्नान एवं मंडप की परिक्रमा करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी।
इससे पहले बीते 14 नवंबर की अहले सुबह तीन बजे भगवान श्रीगजेन्द्रमोक्ष, श्रीबाला जी वेंकटेश्वर और महालक्ष्मी के साथ मन्दिर के सभी भगवान के श्रीविग्रह का शंख धारा, चक्र धारा के द्वारा दूध, शहद, नारायणी जल से अभिषेक किया गया।
हरिहरक्षेत्र में स्नान से होती है वैकुण्ठ की प्राप्ति-स्वामी लक्ष्मणाचार्य
इस अवसर पर स्वामी लक्ष्मणाचार्य जी महाराज ने कहा कि यज्ञ सभी के लिए प्रेरणादायक है। धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन से व्यक्ति का जीवन अनुशासित रहता है। यज्ञ में आकर श्रद्धालु भक्तगण आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।उन्होने कहा कि हरिहर क्षेत्र स्नान से वैकुण्ठ की प्राप्ति होती है। हवन समाप्ति के बाद भंडारे का आयोजन किया गया था। नौलखा मन्दिर के पुजारीगण और मुख्य यजमान दिलीप झा ने भोजन परोसकर भंडारे का उद्घाटन किया।
जानकारी के अनुसार देर रात तक भंडारा चलता रहा। सैकड़ों श्रद्धालु प्रसाद के रूप में पूड़ी व बुंदिया ग्रहण किए। यज्ञ कराने आए सभी विद्वान ब्राह्मणों का स्वामी जी ने विदाई दिया। शाम छः बजे स्वामी लक्ष्मणाचार्य जी महाराज, यजमान, विद्वान और श्रद्धावान महिलाओ ने मन्दिर परिसर से लेकर श्रीगजेन्द्रमोक्ष घाट, नौलखा घाट पर हजारों दीप सजाकर देव दीपावली मनाया।
मौके पर स्वामी लक्ष्मणाचार्य ने कहा कि आज त्रिपुर दहन भी है। यज्ञ समापन के अवसर पर समाजसेवी लालबाबू पटेल, नृपेन्द्र, फूल देवी, रानी राॅय, नारायणी सहित सैकड़ों भक्तगण सम्मिलित हुए।
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