आगामी 31 जनवरी से पंचदिवसीय 24वां ब्रह्मोत्सव सह लक्ष्मीनारायण महायज्ञ

अवध किशोर शर्मा/सोनपुर (सारण)। सारण जिला के हद में हरिहरक्षेत्र तीर्थ सोनपुर में नारायणी नदी के पश्चिमी किनारे साधुगाछी में स्थित श्रीगजेन्द्र मोक्ष देवस्थानम (नौलखा मंदिर) में 24वां ब्रह्मोत्सव सह लक्ष्मीनारायण महायज्ञ आगामी 31जनवरी से 5 फरवरी तक निर्धारित है। 31 जनवरी को भव्य कलश यात्रा के साथ यज्ञ का शुभारंभ हो जायेगा।

जानकारी के अनुसार आगामी दो फरवरी को वैदिक वैष्णव महासम्मेलन होगा, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के धर्माचार्य
शामिल होंगे।

यह जानकारी दिव्य देश पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी लक्ष्मणाचार्य जी महाराज ने 30 दिसंबर को देते हुए बताया कि आगामी 3 फरवरी को भगवान श्रीबालाजी वेंकटेश्वर, श्रीदेवी, भूदेवी की विशाल रथ यात्रा निकाली जाएगी।

उन्होंने यज्ञ की महत्ता पर कहा कि ब्रह्मांड में यज्ञ सबसे महत्वपूर्ण कर्म है। यज्ञ नहीं तो जन्म नहीं। उन्होंने कहा कि यज्ञ की तैयारी चल रही है।इस यज्ञ को सफल बनाने के लिए पहले ही समिति का गठन किया जा चुका है। देवस्थानम पीठाधिपति जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी लक्ष्मणाचार्य महाराज की अध्यक्षता में पहले ही कार्यदल गठित किया जा चुका है।

उस समय बैठक में कार्यक्रम की जानकारी एवं व्यवस्था विशेष पर चर्चा हुई थी। जगद्गुरु स्वामी लक्ष्मणाचार्य ने कहा कि इस ब्रह्मण्ड में यज्ञ सबसे महत्वपूर्ण कर्म है। उन्होंने कहा कि यज्ञ जोड़ने का काम करता है। गर्भाधान से अंत्येष्टि संस्कार तक सभी यज्ञ हीं हैं। इस बार यह महायज्ञ 31 जनवरी से 05 फरवरी तक होना निश्चित है।

प्रथम दिन 31 जनवरी को विराट कलश यात्रा, एक फरवरी को गरुड़ ध्वजारोहण एवं यज्ञारंभ, 2 फरवरी को वैदिक वैष्णव महासम्मेलन, 3 फरवरी को भगवान श्रीबालाजी वेंकटेश्वर, श्रीदेवी, श्रीभू देवी की विशाल रथयात्रा निकाली जाएगी।

4 फरवरी को भगवान श्रीबालाजी वेंकटेश्वर का कल्याण महोत्सव और 5 फरवरी को भगवान गजेंद्र मोक्ष का महा पुष्याभिषेक, महा पूर्णाहुति, अवभृत स्नान, महा भंडारा होना निश्चित है।

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