आजादी के 75 साल भी अधूरा है सामाजिक न्याय का सपना-विजय

एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। बाबा साहब के समतामूलक समाज निर्माण एवं सामाजिक न्याय के सपने आजादी के 75 वर्ष बाद भी अधूरे हैं। इसे पूरा करने के लिए सरकार समस्त दलित एवं मूलवासी संगठन को आगे आने की जरूरत है, ताकि बाबा साहब के सपनों को पूरा किया जा सके।

उपरोक्त बातें 14 अप्रैल को झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय संयोजक व् पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को माला अर्पण करते हुए डोरण्डा अंबेडकर चौक में कही।
उन्होंने कहा कि आजादी के 75 वर्ष के बाद भी आज संपूर्ण दलित समाज संविधान में उनके हक अधिकार रहते हुए भी हाशिए पर हैं।

चाहे शिक्षा का क्षेत्र हो या रोजगार का। समाजिक न्याय क्षेत्र हो या राजनीतिक क्षेत्र। सब में आज दलित समाज अंतिम पायदान पर खड़ा है। नायक ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर के समतामूलक समाज के निर्माण एवं समाजिक न्याय के सपने आजादी के बाद भी अधूरे पड़े हैं। दलितों के साथ आज भी अमानवीय अत्याचार हो रहे हैं।

आज मनुवादी व्यवस्था इस समाज को अंतिम पायदान से अग्रिम पंक्ति में आने से इन्हें रोक रखा है। जिस कारण आजाद भारत में इनका जितना विकास होना था, आज भी नहीं हुआ। आज दलित समाज सभी क्षेत्रों में दिन प्रतिदिन पिछड़ते जा रहे हैं।

नायक ने कहा कि बाबा साहब के सपनों को पूरा करने के लिए हमें मिलकर खासकर दलित, आदिवासी, मूलवासी संगठनों को उनके सपनों को पूरा करने के लिए एक मंच पर आकर सरकार पर दबाव बनाना होगा, तभी अंतिम पायदान में बैठे समाज का भला हो सकता है। मगर दुर्भाग्य है। आजाद भारत में दलित, आदिवासी, मूलवासी का हजारों हजार संगठन होते हुए भी यह समाज आज भी पिछड़ा है। इसके लिए हमें चिंतन और मनन करने की आवश्यकता है।

नायक ने आगे कहा कि झारखंड में आज भी अनुसूचित जाति आयोग का गठन नहीं किया जाना अनुसूचित जाति के साथ संवैधानिक रूप से उनके दिए गए प्रदत्त अधिकार को सरकार के द्वारा रोककर उनके विकास को रोका जा रहा जा रहा है। सही समय पर छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं दी जा रही है।

मरांग गोमके जयपाल सिंह पारदेसीय योजना में एक भी अनुसूचित जाति समाज के छात्र एवं छात्रों का चयन जान बूझकर नहीं किया जाना, अनुसूचित जाति, जनजाति के अधिकारी, पदाधिकारी, कर्मचारियों को वर्षों तक प्रोन्नति को लटका कर रखा जा रहा है। उनकी प्रोन्नति होती भी है तो पदस्थापन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज राज्य में अनुसूचित जाति-जनजाति एवं मूलवासी समाज हाशिए पर खड़ा है।

इस अवसर पर बाबा साहेब की प्रतिमा पर प्रबुद्ध जनों ने माल्यार्पण कर बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेदकर की जयंती मनाया गया। माल्यार्पण कार्यक्रम में झारखंड बचाओ मोर्चा के वरिष्ठ नेता रंजीत उरांव, विक्की पाहन, आनंद तांबा, दीपक पासवान, मंटू राम, अजय नाग, अशोक पासवान, संजय घोष, कुंदन कुमार सिन्हा, मोहम्मद परवेज, दीपक राम, पप्पू सिंह, राजेंद्र मुंडा सहित दर्जनों गणमान्य शामिल थे।

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