इलोक्ट्रोल बॉन्ड स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा घोटाले का पर्दाफाश-विजय शंकर नायक

एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। चुनाव आयोग द्वारा जारी इलोक्ट्रोल बॉन्ड स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा घोटाला और सबसे बड़ा भ्रष्टाचार का पर्दाफाश है। यह चंदा चोरी नहीं, बल्कि बीजेपी का डाका और हफ़्ता वसूली है।

उक्त बातें 16 मार्च को संपूर्ण भारत क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह झारखंड व् छत्तीसगढ़ प्रभारी विजय शंकर नायक ने कही। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा डांट फटकार के बाद एसबीआई द्वारा इलोक्ट्रोल बॉन्ड को सार्वजनिक किए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया में यह बात कही।

नायक ने कहा कि भाजपा के नेता भ्रष्टाचार के खिलाफ भाषण देते रहे और स्वयं करोड़ों की रिश्वत भाजपा को दिलाते रहे। देश ताली बजाता रहा और चौकीदार माल खाता रहा। हद तो यह हो गई कि गौ को माता बताने वाली भाजपा ने गाय काटने वाली बीफ कंपनी से 250 करोड़ रुपये चंदा लिए।

नायक ने कहा कि 6 वर्षों से इलेक्टोरल बॉण्ड होने के बावजूद सिर्फ़ 5 साल के ही आंकड़ें दिये गये हैं। एसबीआई ने सभी बांड डोनर का खुलासा नहीं किया है। कहा कि डोनर फ़ाइल में 18,871 एंट्री है, लेकिन प्राप्तकर्ता फ़ाइल में 20,421 एंट्री है।

यह बेमेल क्यों है। यह देश की जनता को जानने का हक है। भाजपा इस महा लूट चुनावी बांड की सबसे बड़ा लाभार्थी है। उन्होंने कहा कि लगभग ₹6100 करोड़ अकेले बीजेपी को मिले। इसमें वह अवधि शामिल नहीं है, जिसका डेटा नहीं दिया गया है।

नायक ने कहा कि अबतक भाजपा चंदा दो, धंधा लो की राजनीति कर रही थी। साथ ही साथ एक तरफ छापा मरवाती थी तो दूसरी ओर वसूली करती थी। मतलब साफ है, चंदा लेकर जाँच रोकना या फिर चंदा वसूली के लिए जाँच करना था। भाजपा ने उन कंपनियों से भर भर कर पैसा लिया है, जिनके ख़िलाफ उसी की सरकार के निर्देश पर ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स छापे डाल रही थी।

छापे के तुरंत बाद बॉण्ड दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी भी कंपनियाँ हैं जिनसे भाजपा ने चंदा लिया, उसके बाद सरकार ने उनको हज़ारों करोड़ के प्रोजेक्ट दिये। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने चुनावी बांड को असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया। भाजपा की यह वसूली रक़म भी तो ग़ैर क़ानूनी है। अगर यह भ्रष्टाचार नहीं तो क्या है?

भाजपा ने इलेक्टोरल बॉंड की आड़ में कंपनियों से बड़ी रिश्वत ली। बदले में कभी काम दिलाया, तो कभी जाँच रुकवाई। जिसे देश की जनता रिश्वत और कमीशन कहती थी। भाजपा ने उसे इलेक्टोरल बॉंड कहा और भ्रष्टाचार को क़ानूनी मान्यता देकर रिश्वतख़ोरी की। नायक ने जोर देकर कहा कि इसका जवाब भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को देश की जनता के सामने बताना चाहिए।

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