रघुवर सरकार के कार्यकाल की भी जांच करे ईडी-विजय शंकर नायक

प्रहरी संवाददाता/कसमार (बोकारो)। ईडी अपनी जांच का दायरा दिसम्बर 2019 से पूर्व राज्य की रघुवर सरकार तक दायरा बढ़ाये नही तो व्यापक आंदोलन किया जायेगा। ईडी के चार्ज शीट में स्पष्ट कहा गया है कि साहिबगंज में हुए अवैध उत्खनन में जांच के दौरान यह पता चला कि पूर्ववर्ती भारतीय जनता पार्टी की रघुवर सरकार के कार्यकाल में 233 रैक रेलवे साइडिंग से बाहर गए।

हेमंत सोरेन के कार्यकाल में मात्र 18 रैक ही रेलवे साइडिंग से बाहर भेजा गया, तो फिर ईडी रघुवर सरकार के कार्यकाल की क्यों नहीं जांच कर रही है। यह झारखंड की जनता ईडी से जानने के लिए उत्सुक है।

उपरोक्त बातें 20 नवंबर को आदिवासी मूलवासी जन अधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह हटिया विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने कही। उन्होंने कहा कि वोट से पराजित भारतीय जनता पार्टी अब ईडी के माध्यम से सरकार को अस्थिर कर सरकार गिराने के खेल में लगी है जो लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है।

नायक ने कहा कि 233 रैैक जो रेलवे साइडिंग से बाहर खनिज अवैध उत्खनन कर बाहर भेजे गए हैं, वे सभी के सभी दिसंबर 2019 से पूर्व के हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार्यकाल में मात्र 18 ट्रैक ही रेलवे साइडिंग से बाहर भेजे गए हैं।

मगर जांच के सभी बिंदु सीएम सोरेन के माथे कर दिया गया है, और (सभी दोष नंदू घोष की नीति) अपनाकर हेमंत सरकार को बदनाम करने की साजिश भाजपा के लोगों द्वारा की जा रही है। जिसका मुंह तोड़ जवाब आने वाले दिनों में दलित, आदिवासी, मूलवासी समाज देने का काम करेंगे। अन्यथा ईडी अपना जांच का दायरा 2019 से पूर्व बढ़ाए। उन्होंने कहा कि ईडी के खिलाफ भी अब झारखंड में व्यापक रूप से प्रदर्शन किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि आज ईडी पूर्ववर्ती भाजपा की सरकार के मुखिया रघुवर दास को बचाने की दिशा में काम कर रही है और एक चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकार को येन केन प्रकारेण बदनाम कर अद्पस्थ करने का खेल कर रही है, जिसे झारखंड की जनता खासकर दलित, आदिवासी, मूलवासी समाज इस खेल को झारखंड में सफल नहीं होने देगी। इसका कड़ा प्रतिरोध किया जाएगा।

नायक ने आगे कहा कि आखिर ईडी जांच का दायरा हेमंत सोरेन के इर्द-गिर्द ही क्यो घुमाने का काम कर रहा है। क्यों नहीं दिसंबर 2019 से पूर्व की पूर्ववर्ती रघुवर सरकार को भी जांच के घेरे में नहीं लिया जा रहा है। यह बहुत ही सोचनीय प्रश्न है।

झारखंड की जनता जानना चाहती है कि जिस चार्जशीट में ईडी ने खुद यह कबूलने का काम किया कि 2019 दिसंबर से पूर्व 233 रैक रेलवे साइडिंग से अवैध उत्खनन कर साहिबगंज से बाहर भेजे गए, उसके बाद भी मात्र 18 ट्रैक रेलवे साइडिंग से बाहर भेजने के मुद्दे पर हेमंत सरकार के कार्यकाल को बड़ा मुद्दा बनाने का काम कर रही है।

झारखंड की जनता इस बात को समझने का काम कर रही है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि ईडी दुर्भावना से प्रेरित होकर एवं केंद्र की भाजपा सरकार के इशारे में सोरेन सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रही है। यह बहुत ही निंदनीय विषय है।

झारखंड की जनता को यह ईडी को बताना चाहिए कि आखिर क्यों रघुवर सरकार को वह बचाने का काम कर रही है। जो रघुवर दास ने पूजा सिंघल को जिस मामले में क्लीन चिट देने का काम किया था आज उसी मामले में पूजा सिंघल जेल के अंदर है।

नायक ने कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार का खेल खेलने का काम किया है। भ्रष्टाचार में पुर्ववर्ती सरकार अंतरलिप्त रही है और अब तो हद कर रही है। मात्र 18 रैक साइडिंग के लिए ऐसा षड्यंत्रकारी माहौल बना रही हैं कि झारखंड में अवैध उत्खनन औऱ लूट जो हुआ है सब हेमंत सरकार के नेतृत्व मे ही हुआ है।

उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व में साहिबगंज में अवैध खनन व्यापक रूप से किया गया और उसका जो पाप है वह पाप का घड़ा हेमंत सोरेन के माथे फोड़ना चाह रही है। जिसका अब झारखंड के दलित आदिवासी मूलवासियों अब बर्दाश्त नही करेगी।

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