पूजा के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण के लिए डीएम व् एसपी ने की बैठक

संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कतामूलक कार्रवाई का डीएम व एसपी ने दिया निर्देश

अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण के जिलाधिकारी (डीएम) अमन समीर एवं पुलिस अधीक्षक (एसपी) डॉ गौरव मंगला ने 11 अक्टूबर को कहा कि दुर्गा पूजा के अवसर पर उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुगम यातायात तथा सुदृढ़ विधि-व्यवस्था संधारण प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहें। अधिकारीद्वय यहां सारण जिला समाहरणालय छपरा स्थित सभाकक्ष में आयोजित बैठक में पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।

जिलाधिकारी ने कहा कि पदाधिकारीगण आसूचना तंत्र को सुदृढ़ एवं सक्रिय रखेंगे तथा संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कतामूलक कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 15 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि का कलश स्थापित होगा। वहीं 21, 22 एवं 23 अक्टूबर को क्रमशः सप्तमी, महाअष्टमी एवं महानवमी मनाया जाएगा।

जबकि 24 अक्टूबर को दशहरा (विजयादशमी) है। इन सबके मद्देनजर सुदृढ़ प्रशासनिक तैयारी सुनिश्चित रहनी चाहिए। डीएम ने कहा कि पूजा के दौरान विधि-व्यवस्था बनाये रखने में किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता है।

बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि जिला स्तर से मुख्य-मुख्य स्थलों पर दंडाधिकारियों तथा पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। सभी अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सार्वजनिक स्थलों पर भीड़-नियंत्रण के मानकों के अनुसार क्षेत्रीय आवश्यकता का आकलन करते हुए दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की अतिरिक्त प्रतिनियुक्ति करेंगे। डीएम एवं एसपी ने अनुमंडलवार तैयारियों की समीक्षा की।

अधिकारी द्वय ने अनुमंडल पदाधिकारियों एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को ससमय शांति समिति की बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया। सभी पदाधिकारी संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतेंगे तथा असामाजिक तत्वों के विरूद्ध निरोधात्मक एवं दण्डात्मक कार्रवाई करेंगे। कॉम्युनिकेशन प्लान सुनिश्चित कर विधि-व्यवस्था का संधारण करेंगे।

डीएम एवं व् एसपी ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पर्व-त्योहार के मद्देनजर असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखें। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को क्रियाशील रखें तथा अफवाहों का त्वरित खंडन करें।

डीएम अमन समीर ने प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि पूजा समितियों से निरंतर समन्वय बनाएं रखें तथा सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ सार्थक संवाद कायम रखें। भीड़ की गतिविधियों पर सीसीटीवी से निगरानी करें तथा इस आशय का फ्लैक्स/बैनर जगह-जगह प्रदर्शित करें कि आप सीसीटीवी की नजर में हैं।

किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) एवं क्विक मेडिकल रिस्पांस टीम (क्यूएमआरटी) तैनात रखें। मद्य-निषेध अधिनियम का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि पूजा स्थलों पर महिलाओं एवं पुरूषों के लिए अलग-अलग पंक्ति बनाना आवश्यक है, ताकि श्रद्धालुओं को भी कोई समस्या न हो तथा भीड़ प्रबंधन एवं विधि-व्यवस्था संधारण भी सुगमता से किया जा सके। सभी संबंधित पदाधिकारी पूजा समितियों से समन्वय कर इसे सुनिश्चित करेंगे।

विदित हो कि, दुर्गा पूजा के आयोजन के क्रम में जनहित एवं आम जनता की व्यापक सुरक्षा के दृष्टिकोण से बैठक में आवश्यक दिशा-निर्देश भी दुर्गा पूजा के आयोजकों/व्यवस्थापकों को दिये गये हैं। डीएम ने कहा कि पंडाल का निर्माण तथा प्रतिमा विसर्जन हेतु निर्धारित मानकों का अनुपालन अनिवार्य है।

डीएम समीर ने कहा कि पूजा आयोजन के लिए शत-प्रतिशत तथा ससमय अनुज्ञप्ति निर्गत/नवीकरण कराना सुनिश्चित करेंगे। अनुज्ञप्ति में अंकित स्थल एवं मूर्ति विसर्जन मार्ग का शत-प्रतिशत भौतिक सत्यापन भी सुनिश्चित करें। डीएम ने कहा कि जल (प्रदूषण निवारण तथा नियंत्रण) अधिनियम 1974 के अनुसार मूर्ति विसर्जन कृत्रिम तालाबों में होगा।

किसी भी नदी में मूर्ति विसर्जन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। विसर्जन के मार्ग का निर्धारण कर लिया जाए। मूर्ति विसर्जन हेतु कृत्रिम घाटों का स्थल निरीक्षण अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुनिश्चित करेंगे। कहा कि जुलूस मार्ग एवं घाटों को अतिक्रमण मुक्त रखें।

डीएम समीर ने कहा कि विसर्जन जुलूस एवं विसर्जन स्थल पर आतिशबाजी पर रोक है। सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी इसका अनुपालन कराएंगे। उन्होंने कहा कि विसर्जन के दिन नदी में बिना अनुमति के नाव परिचालन पर रोक रहेगी। आपदा प्रबंधन तंत्र पूर्णतः सक्रिय रहेगी।

नदी घाटों पर एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। दुर्गा पूजा के अवसर पर आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ एवं आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ एम्बुलेंस जिला सिविल सर्जन प्रतिनियुक्त करेंगे।

डीएम द्वारा जिला अग्निशमन पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि दुर्गा पूजा के अवसर पर आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु फायर दस्ता प्रतिनियुक्त करना सुनिश्चित करेंगे। बैठक में जिला स्तरीय पदाधिकारी के अलावा सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं अन्य सभी क्षेत्रीय पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे।

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