प्रबंधन के साथ विस्थापित महिला मोर्चा की वार्ता विफल

हैंड लोडिंग नहीं तो सेल नहीं चलेगा-कांति सिंह

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में सीसीएल के कथारा कोल वाशरी लोकल सेल में हिस्सेदारी एवं हैंड लोडिंग की मांग को लेकर दिए गये आंदोलन की धमकी के मद्देनजर 5 मार्च को विस्थापित महिला मोर्चा तथा वाशरी प्रबंधन के बीच वार्ता हुई। जिसमें वार्ता विफल हो गया।

कथारा वाशरी परियोजना पदाधिकारी कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित वार्ता में उपस्थित मोर्चा के अध्यक्षा कांति सिंह ने वाशरी रोड सेल में भागीदारी सुनिश्चित करने तथा ट्रकों में स्लरी और रिजेक्ट लोडिंग को मशीन के बजाय हैंड लोडिंग की मांग की, जिससे क्षेत्र के बेरोजगार महिला मजदूरों को रोजगार मिल सके।

वार्ता में उन्होंने कहा कि वर्तमान में कथारा वाशरी स्लरी रोड सेल में सेल कमिटी द्वारा एक ओर जहां मात्र 9 महिलाओं को मिलाकर तीन गाड़ी आवंटित किया जाता है, वही उनके साथ जुड़ी 200 महिला के लिए मात्र एक गाड़ी। यह 200 महिलाओं के साथ नाइंसाफी है।

उन्होंने कहा कि पूर्व में कथारा ओपी प्रभारी की मध्यस्था में संपन्न बैठक में उनके संगठन को तीन गाड़ी आवंटित किया गया था। उन्होंने कहा कि या तो प्रबंधन प्रत्येक 3 महिला पर एक गाड़ी आबंटित कराये, अन्यथा मोर्चा को 10 से अधिक गाड़ी आवंटित करें, नहीं तो आगामी 13 मार्च से कथारा वाशरी रोड सेल का चक्का जाम किया जाएगा।

महिला नेत्री ने परियोजना पदाधिकारी से नई कमेटी गठित करने की मांग की। बांध पंचायत मुखिया प्रतिनिधि बबलू यादव ने रोड सेल को मशीन के बजाय हैंड लोडिंग की मांग की। यादव ने कहा कि इससे पूर्व 16 जनवरी को संपन्न वार्ता में प्रबंधन द्वारा हैंड लोडिंग करने पर सहमति दी गई थी।

उपस्थित कथारा वाशरी पीओ विजय कुमार ने कहा कि हैंड लोडिंग या इस प्रकार की जो भी नीतिगत निर्णय होता है वह सीसीएल मुख्यालय रांची में निर्धारित किया जाता है। इसलिए वे इस मामले में पूरी तरह असमर्थ है। उन्होंने कहा कि गाड़ी आबंटित के लिए संबंधित कोयला व्यापारी से बात की जा सकती है। मोर्चा सीधे डीओ होल्डर से संपर्क करे। वे हस्तक्षेप करने में असमर्थ हैं।

परियोजना के प्रभारी कार्मिक प्रबंधक सुभाष चंद्र पासवान ने मोर्चा पदाधिकारियों से मार्च महीने तक किसी प्रकार का आंदोलन नहीं करने की अपील की। पासवान के अनुसार मार्च महीना उत्पादन का महीना है। बेवजह आंदोलन करने से क्षेत्र का उत्पादन प्रभावित होगा।

उन्होंने कहा कि उनकी मांगों को सीसीएल मुख्यालय रांची भेज दिया जाएगा। मुख्यालय जो निर्णय करेगा वही मान्य होगा। वाशरी प्रबंधन के इस बात से मोर्चा के तमाम पदाधिकारी एवं सदस्य नाराज होकर वार्ता बीच में ही छोड़कर चले गए।

इस संबंध में महिला नेत्री कांति सिंह ने कहा कि यदि प्रबंधन रोड सेल में हैंड लोडिंग नहीं करने देती है तो वे कथारा वाशरी में सेल नहीं चलने देंगे। मौके पर उपरोक्त के अलावा शांति देवी, तारा देवी, लखी देवी, लक्ष्मी देवी, दशवा देवी, छाया देवी, राजमणि देवी, कौशल्या देवी, रीता देवी, सुधा देवी, सरिता देवी, गुड़िया देवी, बेबी देवी, शनिचरीया देवी, छोटी देवी, गुंजा देवी, झुनुवा देवी, प्रभा देवी, सुंदरी देवी, आदि।

पेड़ा देवी, सीता देवी, रीना देवी, जसवा देवी, सहोदरा देवी, मीना देवी, कुसमी देवी, नंदनी देवी, बिलासी देवी, अंजली देवी, सविता देवी, गीता देवी, अनीता देवी, किरण देवी, मालवा देवी, रेखा देवी, बबीता देवी, आंवला देवी, निर्मला देवी आदि महिलाएं वार्ता में शामिल थी।

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