रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। मकर संक्राति के तीसरे दिन 18 जनवरी को पूस बाउंड्री परब के अवसर पर लगने वाले कसमार प्रखंड के हद में मंजूरा टुंगरी टुसू मेला में आसपास के कई गांवों के हजारों रहिवासियों की भीड़ उमड़ पड़ी। मेले में दर्जनों टुसू चैड़ल लिये युवक युवितयां बाजे-गाजे व नाचते- गाते पंहुचे। मेला का सौंदर्य देखते ही बन रहा था।
इस अवसर पर टुसू प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान लाने वाले टीम को मेला कमेटी द्वारा पुरस्कृत किया गया। टुसु मेला में बोकारो जिला के हद में कसमार, जरीडीह व पेटरवार प्रखंड के विभिन्न गांवों से रहिवासी पहुंचे और मेले का आनंद उठाया।
इस अवसर पर मेला कमेटी ने बताया कि टुसू मेला झारखंडी संस्कृति की आन-बान-शान है।
कृषि कार्य धान फ़सल काटने व घर घुसाने के बाद पुनः नये साल के लिए कृषि कार्य की शुरुआत होती है। किसान उत्साह व उमंग के साथ मेला देखने व मनोरंजन करने जंगल व पहाड़ों के मनोरम स्थलों में एकत्रित होते हैं। बताया गया कि मेला में मुख्य रूप से रंग बिरंगी फूलो से बनी टुसू आकर्षण का केंद्र होता हैं। टुसू गीत संगीत भी काफी मनोरंजक होते हैं। डोहा गीत बांउडी परब का विशेष गीत होता है। पुआ पकवान भी खास होता है।
इस अवसर पर मेला में गोमियां विधायक डॉ लंबोदर महतो ने राम लखन डूंगरी मेला का विधिवत उद्घाटन किया। बटन समारोह को संबोधित करते हुए विधायक डॉ महतो ने कहा कि क्षेत्र को पर्यटन स्थल बनाया जाएगा, क्योंकि भगवान श्रीराम का पद चिन्ह आज भी यहां विराजमान है। उन्होंने कहा कि धार्मिक दृष्टिकोण से इस राम लखन डूंगरी आने के बाद मन में शांति बहाल होता है।
विधायक ने मेला में आए सभी श्रद्धालुओं से अपील करते हुए मेला सही ढंग से मनाने को कहा। मौके पर जिप सदस्य अमरदीप महाराज दांतु पंचायत के मुखिया चंद्रशेखर नायक, शिशु पाल, केदारनाथ महतो व दर्जनों गणमान्य भी पहुंचे थे।
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