केंद्र का उद्देश्य कोल इंडिया को शून्य दुर्घटना पर लाना

ईडी सेफ्टी कोल इंडिया ने किया कथारा क्षेत्र का दौरा

वीटी सेंटर के विस्तार को लेकर अधिकारियों को दिया निर्देश

एस.पी.सक्सेना/बोकारो। कोल इंडिया लिमिटेड (Coal India Limited) के अधिशासी निदेशक (ईडी) सेफ्टी नारायण दास ने 29 नवंबर को बोकारो जिला के हद में कथारा क्षेत्र का दौरा किया।

ईडी के साथ क्षेत्र के महाप्रबंधक एम के पंजाबी सहित कई अधिकारीगण उपस्थित थे। ईडी दास ने दौरे के क्रम में जारंगडीह स्थित वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर का निरिक्षण कर उक्त केंद्र को और बेहतर बनाने को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर कई दिशा निर्देश दिया।

इस अवसर पर अधिशसी निदेशक सेफ्टी दास ने उपस्थित पत्रकारों से भेंट में कहा कि लाख प्रयासों के बाद भी खदान क्षेत्रों में दुर्घटनाएं होती रहती है। इसे झुठ्लाया नहीं जा सकता। इन दुर्घटनाओं को रोकना आवश्यक है। केंद्र का उद्देश्य कोल इंडिया को शून्य दुर्घटना पर लाना है।

इसी को लेकर वे विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं।
ईडी ने कहा कि पूर्व के वर्षो में खदान क्षेत्रों में काफी दुर्घटनाएं देखने को मिल रहा था। जिसमें देखा जाये तो चार वर्ष पूर्व प्रतिवर्ष जहां 350 से 400 दुर्घटना घटित होता था, वहीं आज यह घटकर 30 से 35 होकर रह गया है।

इसमें निश्चित ही सुधार आया है। वीटी सेंटर के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि कामगारों को सुरक्षित और बेहतर जीवन देना प्रशिक्षण केंद्र का मुख्य सोंच है।

दास ने कहा कि कोल इंडिया में कुल 74 वीटी सेंटर है, जिसमें 14 को उत्कृष्ट केंद्र के लिए चयनित किया गया है। जबकि सीसीएल में दो कथारा क्षेत्र के जारंगडीह के अलावा दूसरा रजरप्पा क्षेत्र के वीटी सेंटर को उत्कृष्ट बनाया जायेगा। जिसमें कामगारों को और भी बेहतर प्रशिक्षण देने की व्यवस्था होगी, ताकि दुर्घटनाओं की संभावनाओं को समाप्त किया जा सके।

उन्होंने कहा कि इस केंद्र को उत्कृष्ट बनाने के पीछे की मंशा आसपास के ढोरी, बीएंडके और कथारा क्षेत्र के कामगारों को सामूहिक व उत्कृष्ट प्रशिक्षण देना है। कामगारों के सुरक्षात्मक उपकरण यथा जूता हेलमेट आदि के बारे में उन्होंने बताया कि यह केवल प्रोटेक्टीव आइटम है, सेफ्टी नहीं।

कामगार जानबूझकर इसका इस्तेमाल करने से परहेज करते हैं। जो नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कामगारों को चाहिए कि जबतक जूता टोपी न पहने तबतक कार्यस्थल पर न जाएं। इसके लिये प्रबंधन द्वारा लगातार प्रशिक्षण व् जागरूकता कार्यक्रमों को करते रहने की आवश्यकता है। जिससे कामगारों में कार्य कुशलता बनी रहे।

इस अवसर पर उपरोक्त के अलावा क्षेत्रीय प्रबंधक असैनिक सुमन कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक सेफ्टी के के झा, क्षेत्रीय अधिकारी सर्वेक्षण कुमार राकेश चंद्र, बीएंडके क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक सेफ्टी सुबोध कुमार झा, जारंगडीह वीटी सेंटर इंचार्ज सुनील कुमार गुप्ता,आदि।

एमआरएस कथारा के उपाधिक्षक अमरेश प्रसाद, गोबिंदपुर के प्रबंधक कृष्ण मुरारी, मुस्ताक अहमद, जयंता शाहा, एनके यादव, विकास कुमार आदि अधिकारीगण उपस्थित थे।

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