नफरती साजिश फैलाने में लगी है भाजपा, आरएसएस व् बजरंग दल-विजय शंकर

एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। झारखंड में सोची-समझी साजिश के तहत भाजपा, आरएसएस व् बजरंग दल के लोग। झारखंड में धार्मिक हिंसा फैला कर हिंसा की आग मे झोकने का षडयंत्र किया जा रहा है। राज्य में सहिया सांस्कृति को समाप्त कर आपसी सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

उपरोक्त बातें 10 अप्रैल को झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय संयोजक सह पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने रांची के जगन्नाथपुर स्थित मौसीबाड़ी में कही।

नायक ने कहा कि झारखंड के जमशेदपुर में रामनवमी पर्व के दौरान घटी घटना और पूर्वी सिंहभूम जिला के हद में पोटका प्रखंड के हल्दीपोखर में रामनवमी प्रतिमा विसर्जन जुलूस में शामिल श्रद्धालुओं पर पथराव किया जाना यह साबित करता है कि भाजपा, आरएसएस और बजरंगदल द्वारा सुनियोजित तरिके से हिन्दु-मुसलमान का दंगा करा कर वोट की ध्रुवीकरण की राजनीति किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि जैसे जैसे चुनाव नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे झारखंड के सभी जिलो मे धार्मिक युद्धोउन्माद फैला कर नफरत की राजनीति कर धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने का कार्य किया जायेगा।

नायक ने यह भी कहा कि झारखंड की राजधानी रांची में सरहुल त्योहार के दौरान लोअर करमटोली, नगड़ी प्रखंड के चेटे गांव, ठाकुरगांव व हजारीबाग में भी उपरोक्त संगठनो के पोषित असामाजिक तत्वों ने सरना झंडा को जलाकर आदिवासी व गैर आदिवासी के बीच आपसी सौहार्द को बिगाड़ने का काम कर बाहरी भीतरी का कार्ड खेलने का काम किया।

सिर्फ यही नहीं, जमशेदपुर के कदमा स्थित शास्त्रीनगर में ब्लॉक नम्बर-3 चौक के समीप हनुमान झंडा के बांस में यही पोषित तत्वों ने पॉलीथीन में प्रतिबंधित मांस का टुकड़ा बांधकर क्षेत्र में तनाव का माहौल उत्पन्न कर नफरत की आग को जलाने का काम किया।

इससे यह स्पष्ट है कि झारखंड में भाजपा, आरएसएस एवं बजरंग दल समर्थकों द्वारा आस्था के साथ सुनियोजित साजिश के तहत खिलवाड़ करने का काम किया गया है, जिससे राज्य की हेमंत सरकार को बदनाम किया जा सके।

झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय संयोजक नायक ने कहा कि राज्य में सोची-समझी साजिश के तहत आदिवासी और गैर आदिवासी अमन पसंद रहिवासियों को भड़काने व आपस मे लड़ाने का काम किया जा रहा है। सरहुल पर्व के दौरान जान बूझकर आदिवासियों के आस्था को ठेस पहुंचाने का काम किया गया है।

उन्होंने कहा कि सरना झंडा आदिवासियों के धर्म, संस्कृति, परंपरा व एकजुटता का प्रतीक चिह्न है। इसी प्रकार, रामनवमी के त्योहार से हिन्दू धर्म के माननेवालों की आस्था जुड़ी है। उन्होंने कहा कि भाजपा, आरएसएस तथा बजरंग दल राज्य में नफरत की राजनीति कर ध्रुवीकरण करने का कार्य न करे अन्यथा इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

उन्होंने झारखंडी समाज से अपील किया कि वे भाजपा, आरएसएस, बजरंग दल के बहकावे में आकर नफरत की राजनीति का शिकार ना हो और धार्मिक सौहार्द बनाए रखें, ताकि झारखंड की पुरानी सहिया संस्कृति को तोड़ा ना जा सके।

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