सरकार की नहीं सुनते बेस्ट कर्मी और मुंबईकर तो कैसे थमेगा महामारी का तुफान

मुश्ताक खान/मुंबई। कोविड 19 के मद्देनजर बेस्ट बसों के स्टैंड और अड्डों पर महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra government) द्वारा जारी गाईड लाइनों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं। धज्जियां उड़ाने वालों में बेस्ट के टिकट निरिक्षक, कंडक्टर और मुंबईकर दोनों ही शामिल हैं। इनमें मुंबईकरों की भूमिका गैर जिम्मेदाराना है। बिना किसी जरूरी काम के घरों से बाहर निकलते हैं और वापसी के दौरान घर जाने की जल्दी में बस अड्डों पर शोसल डिस्टेंशींग आदि का पालन करने के बजाए धवका मुवकी करते पाये जाते हैं। वहीं बेस्ट प्रशासन के अधिकारी महाराष्ट्र सरकार की गाईड लाईन से हट कर हर सीट पर यात्रियों को बैठाने में लगे हैं। जबकि बेस्ट प्रशासन ने इसकी रोक थाम के लिए उन्हें तैनात किया है। ताकि किसी तरह इस महामारी के तुफान पर लगाम कसा जा सके । बेस्ट कर्मियों के कारनामें ताजा घटना वाशीनाका से कुर्ला डिपो की यात्रा के दौरान का है। जगत प्रहरी संवाददाता 8 माई 2021 सुबह करीब 10:13 बजे वाशीनाका के बेस्ट बस स्टैंड संख्या 26184 , म्हाडा से कुर्ला डिपो आने वाली 369 ए , बस क्रमांक एम एच -03 / सी वाय 6683 पर सवार हुए। हालांकि बस पर सवार होने से पहले ही कंडक्टर द्वारा टिकट दे दिया गया। इस स्टैंड पर दो टिकट निरिक्षक सहित बेस्ट के चार कर्मचारी तैनात थे। इन सभी को बेस्ट प्रशासन ने शोसल डिस्टेंसिंग, फेस मास्क आदि नियमों का पालन कराने के लिए अधिक भीड़ लगने वाली  स्टैंडो तैनात किया है। लेकिन यहां तो उल्टी गंगा बह रही है। उवत स्टैंड पर कुछ यात्रियों ने शोसल डिस्टेंसिंग के मुद्दे पर टिकट निरिक्षक और कंडक्टर से बहस भी किया लेकिन उस यात्री की बातों का किसी पर असर नहीं पड़ा। बहरहाल 369 ए वाशीनाका से रवाना हुई। इस बस में संवाददाता ने कुछ तस्वीरें निकाली जिससे यह साबित होता हैं कि उवत बस की हर सीट पर यात्रि होने के अलावा कुछ यात्री खड़ें भी हैं। महिला यात्रि को बस में खड़े होकर यात्रा करने के बारे में चालक से पुछने पर उन्होंने कहा इसके जिम्मेदार टिकट निरिक्षक हैं।                 क्या कहते हैं पीआरओ बर्डे इस संबध में बेस्ट के जनसंर्पक अधिकारी मनोज बर्डे से बात करने पर उन्हों ने चौंकाने वाली जानकारी दी। उन्होंने कहा की महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी सभी गाईड लाईनों की प्रतियां महानगर मुंबई के सभी डिपो और टिकट निरिक्षकों, कंडक्टरों को भेजी जा चुकी है। गाईड लाईन के अनुसार नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
बेस्ट कर्मियों की बेबसी से अंजान है सरकार
मुंबईकरों को अपने -अपने घर पहुंचने की जल्दी रहती है। ऐसे में शोसल डिस्टेंसिंग की धज्ज्यिां उड़ाते हुए बसों में चढ़ने के लिए धवका मूवकी करने वालों से कुर्ला पूर्व बेस्ट डिपो में तैनात टिकट निरिक्षक और कंडक्टर बेहद परेशान हैं। कुर्ला पूर्व में तैनात बेस्ट कर्मी पूरी तरह बेबस हैं। इसकी खास वजह यह है कि इस डिपो से यात्रा करने वाले अधिकांश यात्रि उनकी बातों को नहीं मानते। ऐसे में अगर राज्य सरकार उन्हें सुरक्षा के तौर पर पुलिस बंदोबस्त मुहैया कराए तो नियमों का पालन हो सकता है। चूंकि यहां से यात्रा करने वाले मामूली बातों पर मार-पीट करने पर उतारू हो जाते हैं। ऐसे में यहां तैनात कर्मचारी किस -किस से झगड़ा या मार-पीट करेंगे। इन सबके बावजूद यात्रियों को कतारवध कराना व उन्हें शोसल डिस्टेंसिंग का पालन करने की भरपूर कोशिश की जाती है । चूंकि यहां तैनात कर्मियों को अपने आला अधिकारियों का डर है। क्योंकि किसी भी वख्त उनकी जांच हो सकती है।

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