सिद्धार्थ पांडेय/चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम)। झारखंड के गाँधी नाम से विख्यात महान शिक्षाविद् स्वर्गीय नारायण दास ग्रोवर एवं धरती आबा बिरसा मुण्डा की जयंती 15 नवंबर को पश्चिम सिंहभूम जिला के हद में डीएवी पब्लिक स्कूल चिरिया में धूमधाम से मनाई गई।
जानकारी के अनुसार दोनों महापुरुषों को उनकी जयंती पर डीएवी चिरिया में स्कूली बच्चों द्वारा याद किया गया। विद्यालय परिसर में वरीय शिक्षक कर्ण सिंह, राकेश कुमार मिश्रा व अन्य शिक्षको द्वारा महापुरुषों के सदाचरण, अनुशासन तथा उनकी कर्मनिष्ठा को जीवन में उतारने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
इस अवसर पर फैंसी ड्रेस आदिवासी रूप रेखा में बिरसा मुंडा की छवि में कक्षा पंचम के छात्र अर्जुन सांडिल, शुषांत बोइपाई एवं कक्षा नवम के नवीन कीम्बो ने की।आदिवासी आधरित क्षेत्रीय रंगारंग नृत्य दिव्यांशी समद, हंसिनी राज दास, प्राची नाग,अंशू माला हंस, सृष्टि टोपनो, ख़ुशी आदिति कच्छप एवं अनुष्का समसुखा तथा एंकरिंग आराध्या पाठक एव सुभाश्री लोहार ने प्रस्तुत की।
विद्यालय के वरीय हिन्दी शिक्षक कर्ण सिंह आर्य एवं विज्ञान शिक्षक श्रवण कुमार पांडेय ने कहा कि महान शिक्षाविद दिवंगत ग्रोवर ने झारखंड के पिछड़े इलाकों के विकास में अहम योगदान दिया है। वे आर्य समाज के कार्यकर्ता थे। दयानन्द ऐंग्लो-वैदिक काॅलेज आन्दोलन (डीएवी आंदोलन) को आगे बढ़ाने में उन्होंने प्रमुख भूमिका निभाई।
भौतिकी विज्ञान के वरीय शिक्षक राकेश कुमार मिश्रा एवं इतिहास शिक्षक नित्यानन्द भक्त ने कहा कि गाँधी नाम से विख्यात महान शिक्षाविद् स्वर्गीय नारायण दास ग्रोवर ने पूरा जीवन डीएवी पब्लिक स्कूलों के विकास में लगा दिया। उन्होंने इस संस्था की आजीवन अवैतनिक सेवा प्रदान की। वे डीएवी पब्लिक स्कूल पटना प्रक्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक के साथ-साथ डीएवी काॅलेज मैनेजिंग कमेटी नई दिल्ली के उपाध्यक्ष थे।
महात्मा ग्रोवर के द्वारा प्रारम्भ किए गए संकल्प डीएवी, संकल्प सर्व शिक्षा, डीएवी संकल्प नेत्र ज्योति के माध्यम से हजारों उपेक्षितों जनजातियों, गरीब, बेसहारा, अनाथ बच्चों की शिक्षा और दयानंद नेत्रालय खूंटी में 40 हज़ार से ज्यादा मोतियाबिंद के ऑपरेशन 1983 से ही चल रहा है। यहां लाखों रोगियों को निःशुल्क चिकित्सा प्रदान की जा रही है।
मौके पर भगवान बिरसा मुण्डा को याद कर वरीय शिक्षक एस के पांडेय ने सारगर्मित विचार दिए।शिक्षकों में आरके मिश्रा, सुमित सेनापति, संजू शर्मा, ललित महतो, किशोर झा व् अन्य कई गणमान्य उपस्थित थे। कार्यक्रम के समायोजन एवं आयोजन में विद्यालय कर्मियों का अग्रणी योगदान रहा। संगीत शिक्षक जितेंद्र त्रिवेदी ने शानदार भक्ति गीत प्रस्तुत कर सबको मंत्र मुग्ध कर दिया।
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