एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। केंद्र सरकार के भारत माला परियोजना में विभागीय लापरवाही तथा लेटलतीफी के खिलाफ समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर के रहिवासियों ने आमरण अनशन की घोषणा की है।
इस संबंध में कहा गया है कि वर्ष 2021 में नोटीस देकर भारत माला परियोजना द्वारा हमारा करीब 18 कट्ठा भूमि एवं मकान अर्जित किया गया। सड़क निर्माण कार्य हमारे जमीन के करीब आ गया। पड़ोसियों को मुआवजा मिल गया। तमाम कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाबजूद आजतक हमलोगों को न मुआवजा राशि दिया गया और न ही एनओसी मिला।
मजबूरन हमलोग सपरिवार नवंबर के प्रथम सप्ताह से जिला मुख्यालय समस्तीपुर स्थित जिलाधिकारी के समक्ष अनिश्चितकालीन आमरण अनशन करेंगे। उक्त आशय की घोषणा 14 अक्टूबर को ताजपुर प्रखंड के हद में शाहपुर बघौनी वार्ड-11 रहिवासी पीड़ित परिवार के सदस्य नौशाद तौहीदी, अकदस तौहीदी, असद तौहीदी, जावेद तौहीदी, फैयाज तौहीदी, ईर्शाद तौहीदी, मो. मुंतजिर आदि ने संयुक्त रूप से की है।
मौके पर पूर्व पंचायत समिति सदस्य सह भाकपा माले प्रखंड कमिटी सदस्य नौशाद तौहीदी ने कहा कि वर्ष 2021 में ताजपुर के मौजा शाहपुर बघौनी, थाना क्रमांक-71 के खेसरा संख्या-2930, 2931, 2939, 2937, 2940, 2941 का भूमि एवं मकान कुल रकबा करीब 18 कट्ठा भारत माला परियोजना एनएचआई-19 डी द्वारा अर्जित किया गया, जो हमारे पूर्वजों के नाम सीएस खतियान में दर्ज है।
भवन निर्माण विभाग उक्त सभी खेसरा पर संयुक्त रूप से बने पैतृक मकान एवं संरचना का मूल्यांकन अकदस तौहीदी, नौशाद तौहीदी एवं फरीक के नाम से किया जा चुका है। तमाम कागजी प्रक्रिया पूरा करने के बाबजूद परियोजना आजतक मुआवजा भुगतान नहीं किया है। उन्होंने बताया कि कई बार संबंधित अधिकारियों को आवेदन भी दिया गया एवं मिलकर भी बताया गया कि मुआवजा राशि का भुगतान किया जाए, ताकि वैकल्पिक आवास बना सकूं या फिर एनओसी दे दिया जाए ताकि मकान मरम्मत कराकर उसमें रह सकूं।
लेकिन परियोजना मामले को उलझाकर रखें है। विभागीय लेट लतीफी से हमलोग परेशान हैं। अतः मामले का निराकरण के लिए हमलोग सपरिवार नवंबर माह के प्रथम सप्ताह से जिलाधिकारी के समक्ष अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठेने को विवश होंगे।
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