सारंडा वन प्रमंडल के गुवा के हिरजी हाटिंग में 73वां वन महोत्सव आयोजित

प्रत्येक मनुष्य को बीमारी से बचने हेतु प्रतिवर्ष एक पौधे अवश्य लगाना चाहिए-विधायक

सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। सुरक्षित रहने एवं जीवन की आयु बढ़ाने हेतु पौधारोपण करना नितांत आवश्यक है। पेड़ -पौधे जीवन की आयु को बढाते हैं।

उक्त बातें कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र विधायक सोनाराम सिंकू ने सारंडा वन प्रमंडल चाईबासा द्वारा आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए 27 जुलाई को गुवा के हिरजी हाटिंग में कहीं।

विधायक सिंकू ने कहा कि पेड़ो से मिलने वाले ऑक्सीजन गैस से हम अच्छी तरह सांस ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि सामान्य रूप से देखा जाता है कि 60 से 70 वर्ष की उम्र में व्यक्ति सहारे के लिए डंडा पकड़ लेता है। जबकि जंगल क्षेत्र के लोग 90 वर्ष पार करने के बाद भी डंडे का सहारा नहीं लेते हैं।

पेड़ पौधों से मिलने वाले बीज, छाल पत्ते व अन्य सामग्री औषधि के रूप में प्रयोग किए जाते हैं। अतः प्रत्येक मनुष्य को बीमारी से बचने हेतु प्रतिवर्ष एक पौधे अवश्य लगाना चाहिए।

विशिष्ट अतिथि सारंडा वन प्रमंडल डीएफओ चंद्रमौली प्रसाद सिन्हा ने कहा कि ईश्वर ने मानव को जो जीवन प्रदान किया है, उसे पूरी दुनिया को स्वच्छ, स्वस्थ, स्वावलंबी एवं प्रदूषण मुक्त रखने के लिए प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वृक्षों का संरक्षण सब की जवाबदेही है। वन्य जीव संरक्षण के लिए वनों में रहने वाले रहिवासियों को औषधि ज्ञान होती है।

परिणाम स्वरूप वे औषधियों का लाभ को प्राप्त करते हैं। उन्होंने बताया कि वन एक ओपन ट्रेज़री भंडार है, जिससे न्यूट्रिशन एवं मेडिसिन जैसे लाभदायक चीजों को प्राप्त किया जा सकता है। हमें वनों को संरक्षण एवं पोषण करनी चाहिए। लोग अपने अधिकार को याद रखते हैं, लेकिन कर्तव्य को भूल जाते हैं।

अतः वस्तु स्थिति के अनुसार विभिन्न परियोजनाओं के लिए काटे जाने वाले पेड़ों के क्षति पूर्ति के बदले पौधारोपण का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि पश्चिम सिंहभूम की भूमि में लौह अयस्क प्रचुर मात्रा में है। अतः साल का वृक्ष यहां के जंगलों में व्यापक मात्रा में मिलता है। प्रचुर मात्रा में मिलने वाले साल वृक्ष के कारण सारंडा वन क्षेत्र को साल का मक्का भी कहा जा सकता है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रशिक्षु भारतीय वन सेवा सह संलग्न पदाधिकारी प्रजेश कांता जेना ने कहा कि 73वां वन महोत्सव आदिवासी संस्कृति के विभिन्न कार्यक्रमों की तरह उनके खुशियों को प्रदान करने वाली संस्कृति का रूपांतरित रूप में मनाया जा रहा है।

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के उप समादेष्टा (डीसी) राकेश चंदन ने कहा कि वनों में ही जीवन है। यदि जीवन से वन को हटा दिया जाए तो जीवन महत्वहीन एवं अर्थहीन हो जाएगा। नोवामुंडी भाग-1 जिला परिषद सदस्या देवकी कुमारी ने कहा कि प्राण वायु आक्सीजन प्राप्ति हेतु वनो की रक्षा आवश्यक है।

कार्यक्रम को टाटा स्टील लौंग प्रोडक्ट लिमिटेड के प्रबंधक देवाशीस मुखर्जी, नोवामुंडी प्रमुख पूनम गिलुवा, गुवा पूर्वी पंचायत मुखिया चांदमुनी लागुरी व अन्य ने संबोधित किया। कार्यक्रम में मंच संचालन की भूमिका वन विभाग के रेंजर शंकर भगत ने की।

कार्यक्रम के पूर्व पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें गुवा वन क्षेत्र पदाधिकारी अखिलेश कुमार त्रिपाठी एवं जिला वन क्षेत्र पदाधिकारी चन्द्रमौली प्रसाद सिन्हा के नेतृत्व में विधायक सोनाराम राम सिंकू, सेल गुवा मुख्य महाप्रबंधक विपिन कुमार गिरी, आदि।

पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी अजीत कुमार कुजूर, अंचलाधिकारी सुनील चंद्रा, टाटा स्टील लौंग प्रोडक्ट लि. के प्रबंधक देवाशीस मुखर्जी, जिला पार्षद देवकी कुमारी, प्रखंड प्रमुख पूनम गिलुवा एवं गुवा मुखिया चांदमुनि लागुरी ने पौधारोपण किया।

मंचासीन कार्यक्रम में सभी अतिथियों को उपहार स्वरूप पौधे लगाने हेतु दी गई। कार्यक्रम का उद्घघाटन दीप प्रज्जवलित कर की गई। आयोजित कार्यक्रम में धन्यवाद झापन गुवा वन विभाग के निर्मल महतो द्वारा की गई।

कार्यक्रम में पदाधिकारियों में कमल कृष्ण महतो, आनंद किशोर बारला, छोटेलाल मिश्रा, योगेश सिंकू, समित बनर्जी, निर्मल महतो, अभिषेक प्रधान के अतिरिक्त दर्जनों ग्रामीण गणमान्य रहिवासी एवं बुद्धिजीवी उपस्थित थे।

वन महोत्सव को लेकर ग्रामीणों में खुशी व उत्सुकता का माहौल देखा गया। उल्लेखनीय है कि, विभिन्न प्रजातियों के दर्जनों पौधों को लगाए जाने पर हिरजी हटिंग क्षेत्र के ग्रामीणों में विशेष उत्साह देखा गया।

 211 total views,  1 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *