डीएवी पब्लिक स्कूल गुवा का 31वां स्थापना दिवस समारोह संपन्न

एक वटवृक्ष का रूप लेता हुआ डीएवी गुवा राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाता जा रहा है-प्राचार्य

विद्यालय के बच्चों का डांस रहा आकर्षक

सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला (West Singhbhum District) के हद में डीएवी पब्लिक स्कूल गुवा का 31वां स्थापना दिवस समारोह 25 जुलाई को विद्यालय के चेयरमैन सह सेल गुआ मुख्य महाप्रबंधक (Genral Manager) विपिन कुमार गिरी एवं महिला समिति अध्यक्ष स्मिता गिरी के अध्यक्षता में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम की अगुवाई डीएवी झारखंड ए जोन के सहायक रीजनल ऑफिसर (एआरओ) ओपी मिश्रा एवं डीएवी पब्लिक स्कूल गुवा के प्राचार्य डॉ मनोज कुमार सपत्निक सुमन कुमार पांडेय के द्वारा की गई। कार्यक्रम की शुरुआत संयुक्त रूप से अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

कार्यक्रम में आगंतुक सभी अतिथियों की तिलक वंदना व पुष्प गुच्छ के साथ स्वागत की गई। कार्यक्रम के प्रारंभ में डीएवी राष्ट्रीय गान मे सभी एकजुट हो संस्था के गीत के बीच संस्था को नमन किया। यहां उक्त विद्यालय के बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा।

आयोजित कार्यक्रम में सभी वरीय शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों जिन्होंने 20 वर्षों तक डीएवी गुआ की सेवा थी, उन्हें स्मृति चिन्ह, पुष्प एवं शाल ओढाकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत नृत्य गीत, कक्षा यूकेजी के बच्चों की इंग्लिश राइमिंग के साथ डांस, कक्षा एलकेजी के बच्चों की एक्शन हिंदी राइमिंग, कब्बाली, सोलो डांस, स्किट, शिक्षकों के सम्मान में कोरयोग्राफी डांस, समूह नृत्य, माइम एक्ट, बैक टू नेचर, राजस्थानी कालबेलिया डांस आकर्षक एवं सराहनीय रहा।

आयोजित कार्यक्रम में मुख्य महाप्रबंधक विपिन कुमार गिरी, झारखंड ए जोन एआरओ ओपी मिश्रा, प्राचार्य डॉ मनोज कुमार एवं महिला समिति अध्यक्षा स्मिता गिरी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एआरओ मिश्रा ने कहा कि हर बार डीएवी संस्था में कुछ न कुछ नया देखने को मिलता है। बच्चों की सफलता परीक्षा के नंबर से नहीं आका जा सकता। अभिभावकों को उम्मीद से कम नंबर मिलने के बावजूद भी बच्चों को कठिन परिश्रम व मनोबल बढ़ाने के लिए उन्होंने अपील की।

उन्होंने बच्चों को तीन घंटे स्वाध्याय व रूटिंग के अनुसार अध्ययन करने के लिए प्रेरित किया। महर्षि नारायण दास ग्रोवर के उत्कृष्ट कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि महर्षि ग्रोवर दिल्ली मे मिले उच्च पद व सम्मान को त्याग कर बिहार, झारखंड एवं उड़ीसा के पिछड़े अदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा का दीपक जलाने के लिए प्रतिबद्ध थे।

मुख्य महाप्रबंधक सेल गुवा विपिन कुमार गिरी ने कहा कि सशक्त भारत बनाने में बच्चों का अभिन्न योगदान है। वर्तमान परिवेश में बच्चों को शारीरिक ऊर्जा संरक्षित कर उसे मोबाइल चलाने व अन्य गलत कार्यों से बचना चाहिए। उन्होंने 25 जुलाई के दिन को कई मायने में शुभ मानते हुए कहा कि यह न सिर्फ डीएवी गुवा के लिए ऐतिहासिक दिन है, बल्कि उनके लिए भी जीवन का यादगार पल है।

आज ही के दिन वे सेल भिलाई में योगदान दिए थे। सेल कंपनी की तरह विद्यालय से जुड़ा होने के कारण उन्होंने कहा कि विद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिए सतत प्रयत्नशील रहूंगा। राष्ट्रीय स्तर पर सेल की महिमा का बखान करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना काल में नि:शुल्क ऑक्सीजन पूरे देश को सेल के द्वारा प्रदान की गई थी।

राष्ट्र निर्माण के साथ शिक्षा के विकास में भी सेल का सहयोग अग्रणी है। बच्चों को कर्तव्य बोध का कराते हुए उन्होंने कहा कि मां की गोद एवं पिता की थपकी सबसे पहला शिक्षा का आधार होता है। समाज के संगठन एवं राष्ट्र के निर्माण में डीएवी संस्था का अभिन्न योगदान है।

प्राचार्य डॉ मनोज कुमार ने स्थापना काल से अब तक के सफर पर अपने विचार दिए। उन्होंने महर्षि नारायण दास ग्रोवर के चित्र को नमन करते हुए कहा कि वर्ष 1992 में स्थापना के बाद से विधालय निरंतर विकास की ओर अग्रसर है। न्यूनतम बच्चों से स्थापित यह विद्यालय बेहतर शिक्षण के कारण निरंतर अभिभावकों के बीच अपनी पहचान छोड़ता जा रहा है।

सेल गुआ प्रबंधन के सहयोग से विद्यालय दिन दूनी – रात चौगुनी आगे बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में डीएवी गुवा से ज्ञान प्राप्त कर चुके पूर्व के बच्चों ने विद्यालय की कीर्ति देश – विदेश में बनाई है। विद्यालय के छात्र यहां से कक्षा दशम उतीर्ण करने के बाद आगे की पढ़ाई कर सिंगापुर, मलेशिया, दिल्ली, कोलकाता, नई दिल्ली के उत्कृष्ट संस्थानों में अपनी सेवा दे रहे हैं।

विद्यालय का सबसे बड़ा गौरव इस क्षेत्र के आदिवासी बच्चे हैं। जिनका सर्वांगीण विकास इस विद्यालय के माध्यम से हो रहा है। यह विद्यालय निरंतर बच्चों को अच्छी शिक्षा देते हुए राष्ट्र को समर्पित कर रही है।

अच्छे शिक्षकों एवं सेल प्रबंधन के सहयोग से गुआ जैसे छोटे जगह में संचालित विद्यालय किसी बड़े शहर के विद्यालय से कम नहीं है।विद्यालय के बीज को महर्षि ग्रोवर गुवा में आकर 1992 में लगाई गई थी। जो वर्तमान में एक वटवृक्ष का रूप लेता हुआ राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाता जा रहा है।

आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलो के प्राचार्य में डीएवी चिड़िया के प्राचार्य एस के झा, नोवामुंडी के प्राचार्य प्रशांत कुमार भुईयां एवं डीएवी झींकपानी के प्राचार्य एस के पाठक खासतौर से उपस्थित थे। विभिन्न कक्षाओं के अभिभावक के साथ-साथ दर्जनों गणमान्य अतिथि एवं बुद्धिजीवी उपस्थित रहकर लगभग 3 घंटे तक कार्यक्रम में शामिल रहे।

सेल के पदाधिकारियों में महाप्रबंधक श्रीमंत नारायण पंडा, स्मृति रंजन स्वाइन, आर के सिन्हा, सीबी कुमार, दीपक प्रकाश, आलोक कुमार यादव, तारा चन्द मालव, अमित तिर्की व अन्य कई गणमान्य उपस्थित थे। मंच संचालन धर्म शिक्षक आशुतोष शास्त्री तथा धन्यवाद ज्ञापन जीव विज्ञान शिक्षक सत्येंद्र कुमार राय ने की।

कार्यक्रम के समायोजन एवं आयोजन में सभी स्कूली शिक्षकों का अग्रणी योगदान रहा।रं गारंग कार्यक्रमों के निर्देशन एवं बच्चों के कार्यक्रम मंचन में स्कूल की शिक्षिकाओं की बढ़-चढ़कर भागीदारी कार्यक्रम के शुरू से अंत तक बनी रही।

हवन का आयोजन

स्थापना दिवस के अवसर पर कार्यक्रम के दूसरे चरण में वैदिक हवन का आयोजन किया गया, जिसमें डीएवी स्कूल के शिक्षकों ने प्राचार्य डॉ मनोज कुमार की अध्यक्षता में जन कल्याण की कामना की। आहूत हवन में वैदिक मंत्रोच्चारण धर्म शिक्षक राजवीर सिंह एवं आशुतोष शास्त्री के द्वारा की गई, जिसमें बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की गई।

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