सरकारी मानकों पर खरा माइकल इंग्लिश हाई स्कूल

मुश्ताक खान/ मुंबई। सरकारी मानकों पर खरा उतरने वाले कुर्ला पश्चिम के एल बी एस मार्ग पर स्थित माइकल इंग्लिश हाई स्कूल एवं जुनियर कॉलेज में बिना डोनेशन के ही होता है एड्मिशन, सरकारी मानकों पर खरा उतरने वाले इस स्कूल को महाराष्ट्र शिक्षा विभाग द्वारा ‘ए’ ग्रेड का दर्जा दिया गया है। कैथोलिक एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा संचालित माइकल इंग्लिश हाई स्कूल की इन दिनों चर्चाओं में है। यहां के सजग अभिभावक अपने बच्चों की शिक्षा के प्रति पुरी तरह संतुष्ट हैं, इससे यहां खुशी का माहौल बना रहता है।

गौरतलब है कि सरकार द्वारा भारतीय नागरिकों को शिक्षा का मौलिक अधिकार दिया गया है। इस लिहाज से सरकारी मानकों पर खरा उतरने वाले कोई भी स्कूल डोनेशन नहीं लेगा। लेकिन मुंबई की निजी संस्थाओं द्वारा संचालित स्कूलों ने शिक्षा को व्यवसाय बना लिया है। बिना डोनेशन एडमिशन के मुद्दे पर माइकल इंग्लिश हाई स्कूल एवं जुनियर कॉलेज के प्रबंधक मोजेज गोम्स ने कहा कि 1971 में महज सात छात्रों से शुरू हुए इस स्कूल में अब 8 हजार से भी अधिक छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। हमारे पहले के बैचों के छात्रों ने देश और दुनियां में इस स्कूल का नाम रोशन किया है। उन्होंने बताया कि कैथोलिक एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा संचालित इस स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती जीन गोम्स हैं। उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वहीं दूसरी तरफ इस स्कूल को महाराष्ट्र एजुकेशन विभाग द्वारा ‘ए’ ग्रेड का दर्जा दिया गया है। सरकारी मानकों पर खरा उतरने वाले इस स्कूल में बिना डोनेशन के ही छात्रों को प्रवेश दिया गया है। यहां के जुनियर केजी और सीनियर केजी में लगभग एक हजार छात्रों को हर साल एडमिशन दिया गया है। कुर्ला पश्चिम के एल बी एस मार्ग पर स्थित माइकल इंग्लिश हाई स्कूल एवं जुनियर कॉलेज में अनुशासन, रख रखाव व शिक्षा के गुणवत्ता पर अधिक जोर दिया जाता है।

गौरतलब है कि माइकल इंग्लिश हाई स्वूत्र्ल के मुद्दे पर मनपा के सेवानिवृत शिक्षा निरिक्षक राजदेव बी यादव ने बताया इसके पूर्व मुख्याध्यापिका को महापौर पुरस्कार, इब्राहिम लिंकन शिक्षण पुरस्कार, प्रेरणा पुरस्कार, शिक्षक भर्ती पुरस्कार, शिक्षक मित्र पुरस्कार, पर्यावरण अवॉर्ड, द्रोणाचार्य पुरस्कार, महात्मा फुले अवॉर्ड, उत्तम एजुकेशन अवॉर्ड सहित लगभग दर्जन भर अवॉर्ड मिल चुके हैं। इसके अलावा अब तक विभाग द्वारा औचक निरीक्षण में भी इस स्कूल में कोई खामी नहीं मिली। बताया जाता है कि अलग-अलग निरीक्षण में आरटीई के सभी प्रावधानों की पूर्ति का सही ब्यौरा पाया गया, जो कि चौंकाने वाला है।

मुंबई के अन्य स्कूलों से हट कर यहां के सभी कर्मचारियों को छठें वेतनमान की पगार दी जाती है। माइकल इंग्लिश हाई स्कूल में अनुशासन को सामान्य रखने के लिए विशेष रूप से 176 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। स्कूल प्रबंधक मोजेज गोम्स ने बताया कि हम लोग अनुपस्थित बच्चों पर भी नजर रखते हैं। ऐसे में अधिकांश पालक शिक्षकों से मिलकर अपने बच्चों की जानकारी लेते हैं। पर्यावरण के मद्देनजर इस स्कूल में लगभग 6 हजार पेड़ लगाया गया है।

इसके अलावा स्काउटगाइड, सोशल सर्विस, कल्चरल प्रोग्राम, विज्ञान प्रदर्शनी, शैक्षणिक साधन प्रदर्शनी, कोकरी कुलम एवटीविटीज, कैरियर गाइडेंस, छात्र समस्या निवारण केंद्र, मेडिकल चेकअप, डिस-एबिलिटी प्रोग्राम प्रोजेवट, ऑडियो विजुअल व परीक्षाओं का भी आयोजन समय-समय पर किया जाता है।

प्रबंधक गोम्स ने बताया कि पिछले एक दशक से यहां के छात्र 10वीं और 12वीं में 100 फीसदी अंक हासिल करते आ रहे हैं। यहां कंप्यूटर शिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाता है। जिसके चलते शिक्षण विभाग पुणे द्वारा ए+ ग्रेड का दर्जा दिया गया है।

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