उजाड़ने से पहले भूमिहीनों को बसाने की वैकल्पिक व्यवस्था करे प्रशासन-बंदना
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर प्रखंड के मुर्गियाचक से बहादुरनगर तक केशरे हिंद जमीन पर पुस्तैनी बसे सौ से अधिक परिवारों को 8 फरवरी तक घर हटाने अन्यथा अंचल प्रशासन द्वारा 9 फरवरी को जबरदस्ती उजाड़ देने का ऐलान किया गया था।
अंचल प्रशासन की घोषणा के बीच यहां रह रहे परिवार दिन भर कामकाज छोड़कर अंचल प्रशासन का टकटकी लगाकर इंतजार करते रहे। बावजूद इसके अंचल प्रशासन नहीं आई। इसे लेकर दिनभर चौक- चौराहे पर तरह- तरह की चर्चा होती रही।
इसी बीच चर्चित महिला अधिकार कार्यकर्ता सह भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य बंदना सिंह ने क्षेत्र का भ्रमण कर बसे परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।
उन्होंने उपस्थित मीडिया कर्मियों के बीच उपस्थित रहिवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि केशरेहिंद सरकारी जमीन पर बसे मुर्गियाचक- बहादुरनगर के सौ से अधिक परिवारों को सरकार बिजली, सड़क, पानी की व्यवस्था कर पहले बसाई है। मतदाता सूची में उनका नाम डलवाया गया। आधार कार्ड समेत अन्य सरकारी कागजात बनाया गया। विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया गया।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि खुद करीब तीन एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा जमाकर बैठे रहने वाले रहीमाबाद निवासी संतलाल सिंह के पुत्र भाजपा नेता मनोज सिंह अपने जमीन का निकास खोलने के लिए हाईकोर्ट में सीडब्ल्यूजेसी दायर कर दलित- भूमिहीनों को हटाने की साजिश रच रहें है। उन्होंने अंचल एवं प्रखंड प्रशासन को उनके साजिश से बचने की सलाह दी।
महिला नेत्री ने पीड़ित रहिवासियों को न्याय दिलाने का भरोसा देते हुए पहले सरकारी जमीन पर से याचिकाकर्ता मनोज सिंह को बे कब्जा करते हुए उनके धर्मकांटा, गैस गोदाम, दुकान, बाउंड्री वाल आदि को हटाने एवं भूमिहीन को वास भूमि, पर्चा, आवास, पहुंच पथ देकर पहले बसाने की व्यवस्था की मांग की है।
इस मांग को लेकर महिला नेत्री ने रहिवासियों से आगामी 14 फरवरी को ताजपुर के अस्पताल चौक से 11 बजे निकलने वाले गुहार यात्रा में बड़ी संख्या में भाग लेने की अपील की।
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