पीयूष पांडेय/बड़बिल (ओड़िशा)। क्योंझर जिला के हद में बड़बिल तहसील के भद्रसाही में 19 दिसंबर को नवयुवती जागरूकता विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में नरवेराम पावर एंड स्टील प्राइवेट लिमिटेड के कई अधिकारी, स्थानीय पुलिस अधिकारी व् स्कूली बच्चियां उपस्थित थे।
नरवेराम पावर एंड स्टील प्राइवेट लिमिटेड की ओर से भद्रासाही स्थित सामुदायिक भवन में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए उक्त कंपनी के उपाध्यक्ष सदानंद राणा ने कहा कि बच्चे देश व समाज का भविष्य हैं। वर्तमान परिस्थिति में समाज में विभिन्न कारणों से अनेक विकृतियाँ उत्पन्न हो रही है।
जिनका सीधा प्रभाव बच्चों पर पड़ता है। इसलिए बच्चों को इस संकट से बचाना, उनके हितों की रक्षा करना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है। जिसमें समाज के सभी वर्गों के साथ-साथ पुलिस, प्रशासन और न्यायपालिका की भूमिका महत्वपूर्ण है।
अधिवक्ता रूनी नाग ने कहा कि किसी भी तरह के यौन शोषण के शिकार बच्चे कानून की शरण ले सकते हैं। उन्होंने बच्चों को बाल संरक्षण के क्रियान्वयन हेतु सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। बड़बील पुलिस स्टेशन के सहायक अवर निरीक्षक तुलसी कोल्हारी ने कहा कि अगर किसी को इस तरह की कोई समस्या हो तो पुलिस को जरुर बताएं, ताकि समय रहते पुलिस आवश्यक कार्रवाई कर सके और दोषी को सलाखों के पीछे भेजा जा सके।
कार्यशाला में भद्रासाही स्थित शिशु मंदिर शिक्षण संस्थान के 90 बच्चियों ने भाग लिया। कार्यशाला को दो घटकों में विभाजित किया गया था जिसमें पहला वस्तुनिष्ठ तथा दूसरा व्यक्तिपरक। पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन का उपयोग कर इस अवसर पर उपस्थित बच्चियों को प्रोजेक्टर के माध्यम से पॉक्सो अधिनियम की विभिन्न धाराओं को विस्तार से समझाया गया।
यहां बच्चियों को गुड टच और बैड टच के बारे में भी बताया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता टीसीएसपीएल के संस्थापक और प्रख्यात प्रशिक्षक अरुणिमा पात्रा ने की, जबकि कंपनी के उपाध्यक्ष सदानंद राणा, अधिवक्ता रूनी नाग, पुलिस अधिकारी तुलसी कोल्हारी, भद्रासाही के सरपंच प्रामिला नाइक, कंपनी के मानव संसाधन अधिकारी प्रमुख उपस्थित थे।
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