एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। संयुक्त छात्र मोर्चा के घटक संगठन आइसा, एआईएसएफ आदि संगठनों के नेताओं द्वारा 24 जनवरी को समस्तीपुर के ओभर ब्रीज चौराहा स्थित भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाया गया।
इस अवसर पर छात्रों ने कर्पूरी ठाकुर अमर रहे, जबतक सूरज चांद रहेगा कर्पूरी ठाकुर का नाम रहेगा, कर्पूरी तेरे अरमानों को मंजिल पर पहुंचाएंगे आदि गगनभेदी नारों के बीच भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मौके पर संकल्प सभा का आयोजन किया। अध्यक्षता आइसा जिलाध्यक्ष लोकेश राज एवं एआईएसएफ के सुधीर कुमार ने बारी-बारी से किया।
जयंती समारोह में उपस्थित आइसा के नीतीश राणा, विवेक सिंह, धीरज कुमार, मुकेश कुमार, मीनू वर्मा, चंदन कुमार बंटी, आइसा- आरवाईए जिला प्रभारी सुरेंद्र प्रसाद सिंह, भाकपा माले के मनोज कुमार सिंह, एआईएसएफ के विश्वविद्यालय संयोजक अविनाश कुमार, एसएफआई के चन्दन कुमार समेत अन्य छात्र नेताओं ने सभा को संबोधित किया।
सभा को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य वक्ता आइसा जिला सचिव सुनील कुमार ने कहा कि जननायक बनने के लिए विष का घूंट पीकर संघर्ष करना पड़ता है। कर्पूरी ठाकुर ने समस्तीपुर जिला के हद में एक छोटा सा गांव तत्कालीन पितौझिया के सरकारी स्कूल में पढ़कर अन्नंत यात्रा की। इसकी शुरूआत उनके मुख्यमंत्री बनने से लेकर जननायक बनने तक जारी रहा। उन्होंने तत्कालीन सामंती एवं जातिवादी समाज का दंश भी झेला। आइसा नेता ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जैसे जननायक मरा नहीं करते। वे सदैव हम सबों के लिए प्रेरणास्रोत बने रहेंगे।
सभा के पश्चात एक प्रस्ताव पारित कर तमाम स्कूल-कालेजों के पाठ्यक्रमों में कर्पूरी ठाकुर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व शामिल करने समेत मुख्यमंत्री के प्रगति यात्रा के दौरान छात्रों पर दर्ज नगर थाना कांड संख्या- 12/25 वापस लेने अन्यथा आंदोलन तेज करने की घोषणा की गयी। उक्त जानकारी समस्तीपुर जिला सचिव सह संयुक्त छात्र मोर्चा संयोजक सुनील कुमार सिंह ने दी।
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