शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन देवी दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा

दुर्गा सप्तशती पाठ से गूंज रहा सोनपुर सहित सम्पूर्ण सारण का इलाका

प्रहरी संवाददाता/सारण (बिहार)। सारण जिला मुख्यालय छपरा सहित पूरे जिले में या देवी सर्वभुतेषू विष्णु मायेती शब्दिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः या देवी सर्वभुतेषु दुर्गा सप्तशती पाठ के साथ शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन 3 अक्टूबर को देवी दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गयी।

जानकारी के अनुसार सारण जिला मुख्यालय छपरा के भगवान बाजार दुर्गा मंदिर, गुदरी दुर्गा मंदिर, दहियावां दुर्गा मंदिर, मारुति मानस मंदिर दुर्गा पूजा, योगिनिया कोठी दुर्गा मंदिर, जगदंबिका मंदिर, एफसीआई रोड दुर्गा मंदिर, पंकज सिनेमा दुर्गा मंदिर आदि में श्रद्धालुओं द्वारा भक्ति भाव से देवी की पूजा अर्चना शुरु की गयी। दुर्गा सप्तशती पाठ से सम्पूर्ण क्षेत्र भक्तिमय हो गया। माता शक्ति की भक्ति भक्तों के सर चढ़ कर बोल रही है।

सारण जिला के हद में दिघवारा के आमी में स्थित शक्ति स्थल अम्बिका भवानी एवं दिघवारा में नदी किनारे का महिषासुर मार्दिनी दुर्गा (नकटी देवी) मंदिर एवं शीतलपुर में मनाईन माई शक्ति स्थल मंदिर में भी नवरात्र के प्रथम दिन पूजा के लिए भक्तों की भीड़ जुटी। यहां दुर्गा सप्तशती पाठ के साथ हवन भी किया जा रहा था।

सोनपुर प्रखंड क्षेत्र के नयागांव थाना क्षेत्र में भक्ति भाव से देवी की आराधना व पूजा शुरु की गयी। डुमरी बुजुर्ग की सुप्रसिद्ध शक्ति स्थल कालरात्रि स्थान पर भक्तों की भीड़ उमड़ आई। जय मां दुर्गा पूजा समिति रसूलपुर नयागांव स्टेशन बाजार में भी भक्ति भाव से पूजा हो रही है। सोनपुर थाना क्षेत्र की बात करें तो लगभग दो दर्जन से अधिक स्थलों में इस बार दुर्गा पूजा आयोजित की जा रही है। इन अस्थाई पूजा पंडालों में नवरात्रि के प्रथम दिन कलश स्थापन के साथ देवी दुर्गा की आराधना शुरु हुई।

इस अवसर पर सोनपुर स्थित सुप्रसिद्ध बाबा हरिहर नाथ मंदिर प्रांगण में माँ दुर्गा की कलश स्थापना के साथ पूजा शुरु हुई। बाबा हरिहर नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सुशील चंद्र शास्त्री ने बताया कि प्रथम दिन देवी शैलपुत्री की पूजा की गई।

सोनपुर महेश्वरी चौक, मीना बाजार, सोनपुर गांव, सीपिया आम सिद्धनाथ चौक, राहर दियारा चौक, पहाड़ी चक, मही किनारा, पहाड़ी चक गांव, गोला बाजार पूर्वी एवं पश्चिमी छोर, पश्चिम स्टेशन गेट, रजिस्ट्री बाजार, बरबट्टा रेलवे कॉलोनी, मानपुर दुर्गा स्थान, आनंदपुर, शाहपुर नेहाल नाथ मंदिर, पहलेजा शाहपुर, सबलपुर हस्ती टोला, सबलपुर कचहरी बाजार, सबलपुर नया बाजार, सबलपुर भगवती स्थान आदि में भक्ति भाव के साथ दुर्गा मंडपों में घट स्थापित कर दुर्गा सप्तशती पाठ शुरु किया गया है।

देवी सती की अवतार थीं शैलपुत्री

धर्म ग्रंथों के अनुसार देवी शैल पुत्री का जन्म पर्वत राज हिमालय की पुत्री के रुप में हुआ था। पर्वत राज की पुत्री होने के कारण इनका एक नाम पार्वती भी है। यही मां शैल पुत्री दुर्गा रुप में धरा से पापियों और अत्याचारियों से निर्दोष जनों की रक्षा के लिए हर वर्ष आती हैं। इस बार कैलाश से डोली पर सवार होकर आई हैं, लेकिन चरणायुध (मुर्गा) पर सवार होकर लौटेंगी।

देवी के डोली पर सवार होकर भक्तों के घर आगमन से जुड़े भोजपुरी गायक अभिनेता पवन सिंह का गीत माई डोली चढ़ी चलली सेवक घरवा, माई डोली चढ़ी चलली सेवक घरवा ओहि डोलिया के बघवा कहार दुनिया में शोर हो गइल भी वातावरण में भक्ति रस घोल रहा है।

माता के भजनों से नवरात्रि पर्व की महिमा में बढोतरी हो रही है। भजन व गीत ऐसे हैं जो आज भी आमजनों की जुबान पर हैं। दूसरी तरफ चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है। ऊंचे पर्वत पर रानी मां ने दरबार लगाया है। सारे जग में एक ठिकाना सारे गम के …आदि गीत वातावरण में भक्ति रस घोल रहा है।

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