व्रतधारी महिलाएं,युवतियां जलाशय से मंदिर तक की दंडवत प्रणाम
प्रहरी संवाददाता/पेटरवार (बोकारो)। कार्तिक मास अमावश्या 24 अक्तूबर की रात मां काली की पूजा पारंपरिक रीति रिवाज के साथ की गई।
पेटरवार प्रखंड के हद अंगवाली, पिछरी, चांदो, खूंटा, बसेरिया, झुंझको, चलकरी, खेतको, चांपी, मायापुर, पेटरवार, बुंडू, उत्तासारा, अरजुआ, चर्गी, सदमा, कोह, उलगड्डा आदि इलाकों में मां काली की प्रतिमा स्थापित कर आज अर्धरात्रि को अंगवाली गांव स्थित काली माता मंदिर में जरीडीह प्रखंड के पाथूरिया निवासी हीरा मुखर्जी के नेतृत्व में मां काली की पूजा विधि-विधान से की गयी।
जानकारी के अनुसार अंगवाली स्थित काली मंदिर में पुरोहित गोकुलेश्वर बनर्जी, पुजारी संदीप मुखर्जी, प्रदीप मुखर्जी, निखिल बनर्जी, ब्यूटी चटर्जी, विशाल राय तथा बलि देने वाले राजेश चटर्जी सक्रिय रहे। अर्धरात्रि को निशी पूजा हुई, जिसमे विभिन्न स्थलों पर बकरे की बलि दी गई।
बता दें कि, व्रतधारी माताएं व युवतियां दिन भर उपवास रखकर रात को पूजा उपरांत फल, मिष्ठान खाकर व्रत तोड़ती। कई माताएं व युवतियों को पूर्व की मनौती के तहत जलाशय से मंदिर तक दंडवत, (साष्टांग नमस्कार) करते देखा गया। विभिन्न पूजा समिति के पदाधिकारी व सदस्य इस दौरान काफी सक्रिय रहे।
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