सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। उच्च रक्तचाप के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने और रहिवासियों तथा समुदायों को इसके रोकथाम हेतु प्रेरित करने के लिए बीते 17 मई को पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में नोआमुंडी में विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया गया।
इस अवसर पर टाटा स्टील अस्पताल नोआमुंडी के डॉ अमला शंकर चटर्जी और डॉ हर्षिता मोटवानी द्वारा कर्मचारियों, अनुबंध कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों के लिए जागरूकता सत्रों की एक श्रृंखला आयोजित की गई।
इस वर्ष की थीम पर केंद्रित सत्र मेज़र योर ब्लड प्रेशर एक्यूरेटली, कंट्रोल इट, लिव लॉन्गर था। उक्त आयोजन दो दिनों तक विभिन्न स्थानों पर आयोजित किये गए, जिसमें सौ से अधिक रहिवासियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर प्रतिभागियों के साथ उच्च रक्तचाप के तथ्यों, भ्रांतियों, संकेतों और लक्षणों, रक्तचाप की सटीक माप, जीवन शैली की बीमारियों, दिल का दौरा आदि पर विस्तृत चर्चा की गई।
संवादात्मक सत्र के दौरान प्रतिभागियों को निवारक पहलुओं, अच्छी आदतों और जीवन शैली में बदलाव के बारे में भी बताया गया।
ज्ञात हो कि, हाइपरटेंशन जिसे कभी-कभी हाई ब्लड प्रेशर कहा जाता है, धमनियों में बढ़े रक्तचाप को बतलाता है। यह हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी कई हृदय संबंधी स्थितियों के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है।
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