मृत्युंजय कुमार/उजियारपुर(समस्तीपुर)। देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी (Government Bima Company) भारतीय जीवन विमा निगम (एलआईसी) में विनिवेश की घोषणा के बाद पूरे देश में 18 मार्च को एलआईसी (LIC) कर्मियों ने एक दिवसीय हड़ताल की घोषणा की। जिसके फलस्वरूप समस्तीपुर जिला (Samastipur) के हद में ताजपुर रोड स्थित एलआईसी के मुख्य कार्यालय पर कर्मियों ने तालाबंदी कर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर बीमा कर्मचारी संघ बेगुसराय मण्डल, आधार- समस्तीपुर के बैनर तले एलआईसी से जुड़े कर्मियों ने सभा के माध्यम से केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मौजूदा सरकार को आम नागरिकों के हितों की अपेक्षा कॉर्पोरेट जगत के चंद लोगों की चिंता ज्यादा सता रही है, तभी तो वह फायदे में चल रही एलआईसी को भी विनिवेश के जाल में फंसाकर उसका निजीकरण करने पर आमदा है।
सभा को संबोधित करते हुए संघ के पूर्व महामंत्री अमित कुमार चौधरी ने कहा कि हमलोग एलआईसी में विनिवेश का विरोध करते हैं। एलआईसी कर्मियों के वेतन पुनिरीक्षण का कार्य 1 अगस्त 2017 से ही लंबित है। प्रदर्शन के माध्यम से केंद्र सरकार से जल्द ही इस पर विचार करने की अपील भी की गयी। संयोजक रंजीत राम ने सरकार द्वारा प्रस्तावित नए श्रम कानून का विरोध करते हुए कहा कि इस कानून के आने से देश के श्रमिक वर्गों का पूँजीपतियों द्वारा शोषण और अधिक बढ़ जाएगा। सभा को सचिव निलेन्द्र कुमार, अध्यक्ष सूरजदेव सेठ, संतोष कुमार, सुनील गुप्ता आदि ने भी संबोधित किया।
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