आंदोलनकारियों से वार्ता के बाद प्रबंधन ने सभी मांगो को माना
राजेश कुमार/बोकारो थर्मल (बोकारो)। डीवीसी के बोकारो थर्मल स्थित एएमसी एवं एआरसी के मजदूरों ने स्विच यार्ड के मजदूरों के समर्थन में 19 मार्च को प्लांट में कार्य का वहिष्कार किया। वार्ता के बाद प्रबंधन ने सभी मांगो को माना, इसके बाद सभी मजदूर काम पर लौट गये।
विदित हो कि, बोकारो थर्मल स्विच यार्ड में कार्यरत ठेकेदार एमआरएफ के सुपरवाइजर द्वारा मजदूरों के साथ गाली गलौज करने एवं दुर्व्यवहार करने के खिलाफ मजदूरों ने बीते 11 मार्च को उच्च पदाधिकारियों से शिकायत की थी। ठेकेदार एवं डीवीसी प्रबंधन ने सुपरवाइजर के खिलाफ कार्रवाई करने के बदले बीते 13 मार्च से काम बंद कर दिया, जिससे मजदूरों को आवाज उठाने का सबक सिखाया जा सके, लेकिन मजदूर हिम्मत के साथ अपनी मांग पर अड़े रहे।
बीते 18 मार्च को मजदूरों ने अपने नेता एआईसीसीटीयू राज्य अध्यक्ष एवं भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य विकाश कुमार सिंह के नेतृत्व में प्रबंधन से वार्ता कर समस्या के समाधान हेतु प्रयास करते रहे, लेकिन प्रबंधन कोलकाता से किसी जांच टीम में उलझा रहा। जिससे वार्ता नहीं हो सकी। फलस्वरूप 19 मार्च को प्लांट के सभी मजदूरों ने कार्य का वहिष्कार कर गेट पर खड़े हो गये एवं मांग किया कि जबतक स्विच यार्ड के मजदूरों की समस्याओं का समाधान नहीं होता वे भी काम पर नहीं जायेंगे। मजदूरों की चट्टानी एकता से घबड़ाकर प्रबंधन वार्ता हेतु तुरंत बुलाया एवं मांगो को मान लिया।
वार्ता में निर्णयानुसार गाली देनेवाले सुपरवाइजर को हटाकर मजदूरों द्वारा चयनित व्यक्ति को सुपरवाइजर बनाया गया, मजदूरों के काम से बाहर रहने की अवधि (5 दिन) के वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा, स्टैच्युटरी हॉलिडे एवं नाईट एलाउंस, ओवर टाईम की राशि का भी भुगतान किया जाएगा। वार्ता बोकारो थर्मल प्लांट के उप मुख्य अभियंता के सभागार में की गयी। जिसमें उप मुख्य अभियंता सोवित धारा, एचआर के वरिष्ठ प्रबंधक सुनील कुमार, इलेक्ट्रिकल सेक्सन के वरिष्ठ पदाधिकारी एसडीई हरिओम शरण, ए.आदि।
मल्लिक, भगत कुमार तथा मजदूर प्रतिनिधि विकाश कुमार सिंह, झारखंड जेनरल मजदूर यूनियन के सचिव बालेश्वर यादव, मनीर आलम, अमित शील, मंजूर आलम, जाकीर अंसारी, छोटेलाल बेसरा, मानस भंडारी, किशोर कुमार, अनवर आलम, विवेक ठाकुर, तनवीर खान, गौतम गुप्ता, टी सन्नी सहित अन्य कई उपस्थित थे। उपस्थित पदाधिकारियों ने आश्वासन दिया कि अन्य सभी मामलों को लेकर परियोजना प्रधान के कार्यालय में उनसे समय निर्धारित कर वार्ता की जाएगी तथा औद्योगिक शांति की स्थापना के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
48 total views, 7 views today