एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। इंटक से संबद्ध राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन (राकोमयू) और ढोरी क्षेत्रीय प्रबंधन के साथ सकारात्मक वार्ता के बाद कोयला डिस्पेच और वर्क टू रुल आंदोलन को 8 घंटे के बाद स्थगित कर दिया गया।
यूनियन के सीसीएल जोन के रिजनल सचिव और बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह ने कहा कि कोयला मजदूरों की मेहनत से ही सीसीएल मुनाफा अर्जित कर रही है। इसके बावजूद दूषित पेयजल, अनियमित बिजली, जर्जर आवास व गंदगी की समस्याओं से मजदूरों को दो चार होना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि मजदूरों की एकता से बढ़ कर कोई ताकत नहीं है। प्रबंधन अपनी हठधर्मिता से बाज आ जाए। विधायक ने कहा कि कोयला मजदूरों का देश के विकास में अप्रतिम योगदान है। कोयला मजदूरों की मेहनत से ही देश के कल-कारखाने संचालित हो पा रहे हैं। सीसीएल प्रबंधन मजदूरों से काम तो ले रहा है लेकिन वाजिब सुविधाएं उपलब्ध कराने में आनाकानी कर रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विधायक सिंह ने कहा कि सीसीएल कर्मियों का बकाया फरवरी महीना का 13 दिन का पैसा जल्द मिलेगा। पुराना बीडीओ ऑफिस से फुसरो बैंक मोड़ तक डिवाइडर में लगे स्ट्रीट लाइट को बदलकर दूसरा ज्यादा पावर का लाइट लगाया जाएगा। कोल इंडिया के सभी इकाई में राकोमयू के प्रतिनिधियो को एरिया, प्रोजेक्ट और कंपनी स्तर पर मीटिंग में बैठने का मौका मिलेगा।
ज्ञात हो कि, 8 सितंबर को प्रथम पाली में यूनियन के प्रतिनिधियों ने एएडीओसीएम अमलो और एसडीओसीएम परियोजना कल्याणी मे वर्क टू रूल आंदोलन और कोयला डिस्पैच कर दिया था। यह आंदोलन लगभग 8 घंटे तक रहा। जिसे बेरमो विधायक और ढोरी क्षेत्र के महाप्रबंधक के बीच हुए समझौता वार्ता के बाद समाप्त कर दिया गया।
मौके पर यूनियन के सीसीएल जोन के अध्यक्ष गिरिजा शंकर पांडेय सहित महेंद्र कुमार विश्वकर्मा, हरेंद्र सिंह, शिवनंदन चौहान, गणेश मल्लाह, जयराम सिंह, प्रदीप सिंह, मुरारी सिंह, केदार सिंह आदि उपस्थित थे।
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