अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च को आत्मविश्वास से भरी महिलाओं ने पूर्व मध्य रेलवे के हद में सोनपुर रेल मंडल के विभिन्न रेल खण्डों एवं प्रमुख स्टेशनों पर प्रथम पाली में विभागीय दायित्वों का सफलता पूर्वक संचालन किया। यह एक महत्वपूर्ण कदम था जो महिलाओं की क्षमताओं और भूमिकाओं को प्रदर्शित करने के लिए उठाया गया था।
जानकारी के अनुसार सोनपुर रेल मंडल के सोनपुर, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, बरौनी, बेगूसराय, नवगछिया, दलसिंहसराय, मानसी, लखमीनिया, खगड़िया आदि स्टेशनों पर महिला कर्मचारियों ने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। उन्होंने ट्रेनों के संचालन, यात्री सेवाओं और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को संभाला।
बताया जाता है कि प्रथम पाली में महिला कर्मचारियों ने पार्सल, पॉटर, बुकिंग, टिकट चेकिंग आदि कार्यों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने यात्रियों को सुविधाएं प्रदान करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। महिला कल्याण संगठन सोनपुर रेल मंडल की अध्यक्षा मंजू सूद ने इस अवसर पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए प्राचीन काल से लेकर आज तक की महिलाओं की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने कहा कि आज भारतीय महिलाएं शिक्षा प्राप्त कर रही हैं और हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ काम कर रही हैं। उन्हें पुरुषों के साथ पुरुषों के समान सम्मान मिल रहा है। उन्होंने इस समय महिलाओं के विकास के लिए दंपति द्वारा किए गए शानदार कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने कठिन समय के दौरान घबराहट के बिना प्रत्येक स्थिति से निपटने के तरीके के कई उदाहरण दिए।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में काम करने के दौरान अपनी पहचान बनानी चाहिए। जिसने महिलाओं को पुरुषों की तुलना में मजबूत बनाया। यह सभी महिलाओं को पता होना चाहिए। उन्होंने भारतीय समाज में गृहणियों के योगदान के बारे में बताते हुए सफल महिलाओं को सलाम किया।
सोनपुर मंडल रेल प्रबंधक विवेक भूषण सूद ने इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार दिया जाना चाहिए।महिलाओं के साथ कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे में महिलाओं को पहले से ही समान अधिकार और अवसर दिए गए हैं।
महिलाओं के बारे में बदसूरत बुद्धि के साथ व्यवहार करने वाले के बारे में डीआरएम सूद ने कहा कि उचित शिक्षा और संस्कृति की कमी के कारण ये पुरुष ऐसी बदसूरत बुद्धि के साथ व्यवहार करते हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं में शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए। इस अवसर पर महिला संगठन की सभी सदस्या उपस्थित रहीं।
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