देश के जन-जन के मन की बात है प्रधानमंत्री का मन की बात कार्यक्रम-सांसद
बोकारो की महिला कारीगरों का कार्यक्रम से जुड़ना गर्व का विषय-विधायक
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो शहर के सेक्टर 9ए स्थित सीएसआर भवन से 27 अगस्त को लगभग पांच सौ महिलाएँ प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम के 104वें संस्करण के लाईव प्रसारण जुड़ीं। ये सभी महिलाएँ सेल के बोकारो सीएसआर विभाग द्वारा प्रशिक्षित कुशल कारीगर हैं। इन महिलाओं द्वारा जलकुम्भी, फटे पुराने कपड़े और बांस से अनेक प्रकार की उपयोगी वस्तुएँ बनायी जाती है, जिसे देश के साथ साथ विदेशों में भी बिक्री की जाती है।
पीएम के मन की बात कार्यक्रम के अवसर पर धनबाद सांसद पशुपति नाथ सिंह, बोकारो विधायक बिरंची नारायण, सेल के अधिशासी निदेशक (संकाय) बीरेन्द्र कुमार तिवारी, अधिशासी निदेशक(पी.एण्ड ए) राजन कुमार, कार्यक्रम के समन्वयक कुमार अमित एवं महाप्रबंधक सीएसआर सुधांशु मुख्य रूप से उपस्थित थे।
मन की बात कार्यक्रम प्रारम्भ होने के पूर्व उपस्थित कारीगर महिलाओं को सम्बोधित करते हुए सांसद सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम देश के जन जन के मन की बात व्यक्त करने का कार्यक्रम है। विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम जैसे लोकप्रिय कार्यक्रम से बोकारो के महिला कारीगरों का जुड़ना बोकारो के लिए गौरव का विषय है।
सेल के अधिशासी निदेशक (संकाय) बीरेन्द्र तिवारी ने कहा कि सेल पीएम मोदी के सपनों का नया भारत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम द्वारा मन की बात जैसे शक्तिशाली माध्यम पर हमारे प्रयासों को मान्यता देने से हमारी पहल को और भी अधिक ताकत मिलेगी।
अधिक से अधिक महिलाएं इस तरह के प्रयासों से जुड़ने और लाभान्वित होने के लिए प्रोत्साहित होंगी। अधिशासी निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) राजन कुमार ने कहा कि सेल स्टील उत्पादन के साथ-साथ आम जनों के प्रतिभा कौशल का विकास भी अपने समाजिक दायित्व के तहत कर रहा है।
कहा कि जब बीएसएल प्रबंधन ने पहली बार ग्रामीण महिलाओं को हस्तशिल्प बनाने में प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया, तो इसका उद्देश्य मुख्य रूप से आजीविका सृजन था। हालांकि, समय के साथ ये केंद्र सामाजिक परिवर्तन के शक्तिशाली माध्यमों के रूप में विकसित हुए हैं।
जो न की सिर्फ महिलाओं को सशक्त बना रहे हैं बल्कि जाति, समुदाय और स्थिति की पारंपरिक बाधाओं को तोड़कर उन्हें एक साथ एक जुट ला रहे हैं। विभिन्न धार्मिक, आर्थिक और सामाजिक पृष्ठभूमि से आ रही ये महिलाएँ एक बेहतर भविष्य के निर्माण के अपने साझा हित से एक साथ जुड़ी।
कहा गया कि इन केंद्रों पर अब तक 500 से अधिक महिलाओं को प्राकृतिक फाइबर जैसे बांस, जूट, जलकुंभी, कपड़े आदि से कलात्मक लेकिन उपयोगिता आधारित वस्तुएं बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है।
कार्यक्रम समन्वय कुमार अमित ने कहा कि प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम विश्व का सबसे बड़ा टी.वी सिरियल है। कार्यक्रम का संचालन सेल के महाप्रबंधक (सीएसआर) सुधांशु ने किया। इस अवसर पर पूर्व सांसद रविंद्र कुमार पांडेय आदि गणमान्य उक्त कार्यक्रम में उपस्थित थे।
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