एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। ताजपुर सीओ में दम है तो दबंग, रसुखदारों के कब्जे से सरकारी जमीन को खाली कराकर दिखाये। हमारे पास सड़क-पोखर आदि सरकारी जमीन पर रसुखदारों द्वारा जमाये गये कब्जे का अदालत का आदेश एवं सरकारी दस्तावेज है।
बार- बार लिखित आवेदन, मौखिक रूप से कहने के बाद भी न बंद सरकारी रास्ता खाली कराया गया और न ही रसुखदारों को बेकब्जा किया गया। पोखर, सड़क की जमीन आदि पर पुस्तैनी बसे दलित- गरीब- अक्लियतों को हटाने की नोटिस बार- बार दिये जाने से भड़की समस्तीपुर ऐपवा जिलाध्यक्ष सह भाकपा माले नेत्री बंदना सिंह ने 6 जनवरी को उक्त बातें कही।
इससे पहले महिला नेत्री समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर स्थित रहीमाबाद के चित्रसेन पोखर पर पुस्तैनी बसे भूमिहीनों के बुलावा पर पहुंचकर सीओ द्वारा नोटिस देकर हटने के आदेश पर आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि पहले भूमिहीनों एवं शादी- सुदा उनके पुत्रों का मुकम्मल सर्वे हो, उन्हें पर्चा- आवास देकर बसाने की व्यवस्था हो।
महिला नेत्री ने सर्वे के दौरान पाया कि एक ही फुस के घर में साड़ी टांगकर दो- दो शादी शुदा बेटे अपने परिवारों के साथ रहने को विवश है। उन्होंने कहा कि सीओ एवं सरकार को पहले ऐसे लोगों के पुनर्वास की वैकल्पिक एवं मुकम्मल व्यवस्था करना चाहिए, फिर उन्हें विश्वास में लेकर हटाने की योजना बनाना चाहिए।
महिला नेत्री के 10 जनवरी को भूमि, आवास, पर्चा, पहुंच पथ आदि की मांग पर भाकपा माले द्वारा अंचल घेराव को बड़ी भागीदारी दिलाकर सफल बनाने की अपील ताजपुर वासियों से की।
188 total views, 1 views today