फिरोज आलम/जैनामोड़(बोकारो)। बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में जरीडीह प्रखंड में साफ सफाई कार्य में लगी एक विधवा महिला को सफाई कार्य से हटा दिया गया है। ऐसे में उक्त महिला दर-दर की ठोकर खाने को विवश है।
विधवा रीता देवी के अनुसार वह पति स्वर्गीय दिनेश रजवार ग्राम जैनामोड टोला भचुंगडीह की रहने वाली है। उसके पति स्वर्गीय दिनेश रजवार की पूर्व में मृत्यु हो गया है। उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। अस्थाई तौर पर वह पिछले 2 साल से जरिडीह प्रखंड कार्यालय में सफाई का काम करती थी। वेतन के रूप में उसे प्रतिमाह लगभग 1500 से 2000 रुपये मिलता था। लॉकडाउन में यहां पदस्थापित बीडीओ उज्जवल कुमार सोरेन (BDO Ujjwal kumar soren) के इशारे पर उसे कार्य से हटा दिया गया। महिला ने आरोप लगाया कि बीडीओ के इशारे पर संजय कुमार एवं विजय कुमार ने उसे कार्य से निकालने का काम किया है जिससे वह पुरी तरह से बेरोजगार हो गई। उनके सामने अब अपने बच्चों के पालन-पोषण की जिम्मेवारी बढ़ गई। चार-पांच माह से वह प्रखंड विकास पदाधिकारी कार्यालय के चक्कर काट रही है। महिला ने कहा कि मैं तंगी हालत में हूं। मुझे काम पर रखवाने के लिए महिला तेजस्विनी महिला संघ के एक कार्यक्रम में भी गई मगर तेजस्विनी संघ ने अपने आंख बंद कर लिए। प्रखंड कार्यालय में कोई भी राजनेता का धरना प्रदर्शन होता है तो महिला को सिर्फ भीड़ के साथ बैठा देते हैं। बाद में अपना-अपना उल्लू सीधा करके चले जाते हैं। इस संबंध में रीता देवी ने कहा कि मुझे काम कराने का एक मौका दें मगर बीडीओ ने कुछ नहीं कहा। मैं प्रेस के माध्यम से जानकारी लेना चाहती हूं कि बीडीओ उज्जवल कुमार सोरेन ने मुझे काम से क्यों निकाला और बात करने से क्यों कतराते हैं?
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