एस.पी.सक्सेना/पटना(बिहार)। लोक पंच (Lok Panch) के बैनर तले आयोजित किए जा रहे दशरथ मांझी (Dasharath Manjhi) नाट्य महोत्सव के पहले दिन इश्तियाक अहमद द्वारा लिखित नाटक तू छुपी है कहां का मंचन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित दर्शकों ने नाटक का भरपूर आनंद उठाया।
महोत्सव की शुरुआत संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के सचिव (नाटक) प्रतिभा जी , सचिव मंडली दिल्ली एवं वार्ड पार्षद संजीव आनंद के द्वारा दीप प्रज्वलन से किया गया। इस अवसर पर मोहल्ले के बच्चों द्वारा नृत्य, संगीत एवं फैंसी ड्रेस कार्यक्रम का आयोजन भी हुआ। इसके पश्चात नाटक तू छुपी है कहां का मंचन आरंभ हुआ।
नाटक में महिलाओं पर हो रहे हिंसा एवं उनके प्रति समाज में बढ़ रहे नकारात्मक मानसिकता को बड़े ही नाटकीय अंदाज में दिखाया गया। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, घरेलू हिंसा, घट रहे लिंगानुपात, भ्रूण -हत्या इत्यादि महिला विषयक मुद्दों को नाटक के सहारे दिखाकर जनता को शिक्षित करने का प्रयास किया गया। भ्रूण-हत्या एवं उससे समाज में बढ़ रहे असंतुलन के दृश्य को निर्देशक दीपा दीक्षित द्वारा बड़े ही प्रभावी ढंग से नाटक में दर्शाया गया। नाटक के जरिए समाज में महिलाओं के प्रति पुरुषों के व्यवहार एवं उनके मानसिकता पर प्रश्नचिन्ह उठाया गया। समाज में महिलाओं को भी उतना ही अधिकार है जितना पुरुषों का है। जब तक यह संतुलित रहेगा तब तक समाज भी संतुलित रहेगा। लिंगानुपात में असंतुलन हमारे सामाजिक ढांचे को भी बिगाड़ सकता है । नाटक के जरिए समाज में महिला एवं पुरुषों में संतुलन बनाए रखने के लिए समाज के लोगों को आगे आना होगा ताकि हम सभी विकास कर सकें।
नाटक में भाग लेने वाले कलाकारों में मुख्य रूप से रजनीश पांडेय, आकाश उपाध्याय, दीपा दिक्षित, उर्मिला कुमारी, कृष्ण देव, अमित सिंह एमी, अभिषेक राज, प्रॉपर्टी आकाश उपाध्याय, रूप सजा एवं वस्त्र अमन आयुष्मान, प्रकाश परिकल्पना राम प्रवेश, प्रस्तुति नियंत्रक संजय सिन्हा, मंच निर्माण हर्ष आनंद, देवयांक महिवाल, चंद्र वर्धन, लेखक इस्तियाक अहमद, निर्देशक दीपा दीक्षित आदि शामिल हैं। उक्त जानकारी लोक पंच के सचिव मनीष महिवाल ने दी।
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