विवेक-निशा के भाव नृत्य ने मचाया धमाल, झूमे मेला दर्शक

अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला के पर्यटन विभाग के मुख्य पंडाल के सांस्कृतिक मंच पर 29 नवंबर को दिवाकालीन बेला में कला-कुंज, हाजीपुर बिहार के कलाकारों ने अपनी उत्कृष्ट कलाओं के प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया। यहां विवेक -निशा की जोड़ी ने कुसुम रंग चुनरी रंगवा द पियवा, कुसुम रंग चुनरी रंगइबो धनिया हो कुसुम रंग चुनरी। चुनरी रंगा दे पिया लहंगा मंगा दे, चोलिया में गोटवा टांकवा दे पियवा पर भाव नृत्य की बेहतरीन प्रस्तुति ने दर्शक – श्रोताओं को झूमा दिया।

इस अवसर पर किशन चंचल की भजन दया करी गौरी के ललनवा ने दर्शकों पर आध्यात्मिक प्रभाव छोड़ा। वहीं, नेहा बंसल द्वारा दू -दू गो बेटा गीत की शानदार प्रस्तुति की गई। अगली प्रस्तुति लाली रे लाली गुलबिया बोल -बोल गोरिया ना…. ने भी दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। वहीं ललन कुमार एवं तरुण ने नशा मुक्ति पर आधारित गीत हम गांव-गांव में जाकर अभियान चलाएंगे का गायन कर दर्शकों को नशा के खिलाफ जागरुक किया। लोक गायक नवल किशोर सुमन ने अपनी स्वरचित गीत कबले मिलेगी नजरिया गाकर दर्शकों से वाहवाही बटोरी।

मेला मंच पर लोक गायक लाल मोहन चौहान की प्रस्तुति भी सराहनीय रही। कला कुंज बिहार के सेक्रेटरी चुन्नू कुमार एवं शिवांगी राज ने भी बेहतरीन गीत गाए। दिवा कालीन कार्यक्रम का संचालन उद्घोषक रंगकर्मी विट्ठलनाथ सूर्य ने किया।

दूसरे सत्र में बेटी ही सुख में भविष्य है बेटी है वरदान एवं इन्हें गीत दो इन्हें मनमीत दो कार्यक्रम लाल मोहन चौहान की प्रस्तुति लाजवाब रही। मंटू बाबू की प्रस्तुति जाकर जनाजे से पूछा किसी ने को दर्शकों ने सराहा। अगले भाव नृत्य की प्रस्तुति में संजय राय, रिया साह, नेहा बंसल के झूमर भर गइले नेमुआ ओलर गइले डलिया… संध्या 3 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम चलता रहा।

सोनपुर मेला में एक दिन में पांच सांस्कृतिक दलों ने की अपने कार्यक्रमों की प्रस्तुति

इससे पूर्व बीते 28 नवंबर की संध्याकालीन बेला में मुख्य पंडाल के मंच पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के दो दिवसीय कार्यक्रम के प्रथम दिन पटना सहित राज्य के पांच सांस्कृतिक संस्थाओं ने अपने नृत्य, संगीत, गीत और नाटकों से मेला दर्शकों का न सिर्फ मनोरंजन, ज्ञानवर्धन किया बल्कि उन्हें भक्ति और मस्ती की सरिता में सराबोर भी किया। राज्य के पटना, वैशाली सहित विभिन्न जिलों के पांच सांस्कृतिक संस्थाओं के कार्यक्रमों का संचालन सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा अधिकृत संचालक उद्घोषक बिट्ठल नाथ सूर्य कर रहे थे।

इस मंच पर प्रथम प्रस्तुति महिला एवं बाल सेवा मंच पटना के कलाकार काजल कुमारी ने गणेश वंदना देवा श्रीगणेशा पर भाव नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को आह्लादित कर दिया। वहीं, गायिका रेखा वर्मा ने सोनपुर के मेलवा में धनिया भुलइली हो दरोगा बाबू आदि गीतों की प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। दुबई एवं बैंकॉक से पुरस्कृत गायक शालीमार की देशभक्ति गीत ये दुनिया जान ले हमे पहचान ले कि हम एक हैं एक हैं पर खूब तालियां बजी।

उजाला सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थान पटना के दल नायक रिंकू देवी के मार्गदर्शन में गीत, संगीत, नृत्य एवं स्वच्छता पर आधारित अभियान गीतों की प्रस्तुति हुई, जिसमें पिंटू कुमार, रामनाथ राम, कन्हैया कुमार, अमरजीत प्रकाश, वकील राम, अजीत मोची, राधा कुमारी, तूफानी प्रसाद आदि की भूमिका एवं सहयोग सराहनीय रही। कार्यक्रम में सृष्टि बाल युवा महिला उत्थान मंडल वैशाली की ओर से झिझिया नृत्य, जल जीवन हरियाली एवं नारी शिक्षा पर आधारित कार्यक्रमों की सफल प्रस्तुति हुई।

पूजा ग्रुप पटना के दल नायक विजय कुमार पंकज के मार्गदर्शन में आपदा प्रबंधन से जुड़े विषयों पर नाटक की प्रस्तुति प्रभावी रही। कमल संगीतालय पटना की ओर से नवल किशोर सुमन के मार्ग दर्शन में सांस्कृतिक कार्यक्रम की धूम रही। आकांक्षा वर्मा के गीत सैंया के बुला द, जीयरा के जला द भी चर्चित रहा, क्योंकि उन्होंने सुप्रसिद्ध गायिका शारदा सिन्हा की आवाज़ वाले गीत पर अपना स्वर दिया था।

जिसके कारण उन्हें खूब वाह – वाही मिली। कईसन बारे लक्ष्मण देवरवा गीत की प्रस्तुति से दर्शक झूम उठे। आंचल कुमारी एवं ऋतुराज सिंह की जोड़ी ने भी भाव नृत्य की प्रस्तुति कर दर्शकों का मन मोह लिया।

 8 total views,  8 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *