सीओ चंदनकियारी की गाड़ी क्षति ग्रस्त, ओपी प्रभारी ललन कुमार चोटिल
रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। झारखंडी भाषा खतियान धारी संघर्ष समिति के बैनर तले 27 नवंबर को आयोजित गेट जाम कार्यक्रम के दौरान हिंसक झड़प हुई। सुरक्षा बलों द्वारा उग्र आंदोलनकारियों को काबू में करने के लिए लाठी डंडे का इस्तेमाल किया गया। दोनों ओर से लगभग दो दर्जन से अधिक के घायल होने की सूचना हैं।
जानकारी के अनुसार आंदोलनकारियों से झड़प के दौरान का सीओ चंदनकियारी की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गया, जबकि बनगड़िया ओपी प्रभारी ललन कुमार जख्मी हो गये। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार जेबीकेएसएस एवं युवा संग्राम समिति पूर्व से ही अपनी मांगों को लेकर कार्यक्रम का एलान किया था।
जिसमें 27 नवंबर को 13 सूत्री मांगों को लेकर इलेक्ट्रो स्टील वेदांता के भागाबांध, मोदीडीह एवं 47 खाता गेट को जाम कर दिया। रैयत मजदूर प्रस्तावित जाम कार्यक्रम को लेकर तैयार थे। लगभग सुबह छह बजे से जाम प्रारंभ हुआ। आस पास के रहिवासी जुटने लगे। जिनमें भारी संख्या में महिला, पुरूष व् बच्चें शामिल थे।
गेट जाम को लेकर पुलिस प्रशासन एवं कंपनी के निजी सुरक्षा गार्ड तैनात थे। लगभग साढ़े बारह बजे भागाबांध आरएमएचएस गेट में आंदोलनकारी एवं सुरक्षाकर्मी जाम को लेकर आमने सामने हो गए।
बताया जाता है कि इसी बीच पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में कंपनी के निजी सुरक्षा गार्ड नें अचानक कुंबाटांड़ निवासी फटिक महतो की पत्नी निर्दोष महिला लक्ष्मी देवी के उपर लाठी चार्ज कर दिया।
जिससे आंदोलनकारी भड़क उठे और सुरक्षाकर्मियों पर आक्रोश फूट पड़ा। दोनों तरफ से लाठी डंडा एवं रोड़ेबाजी जमकर हुई। जिससे भगदड़ मच गई। इस दौरान कंपनी के सुरक्षाकर्मी जान बचाकर प्लांट की ओर भागे।
आंदोलन के दौरान हुई लाठीचार्ज में कुंबाटांड़ निवासी लक्ष्मी देवी, मूंधनिया निवासी दिलीप महतो एवं अर्जुन महतो गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों ओर से हुई रोड़ेबाजी एवं लाठी चार्ज में पुरूष पुलिस कर्मी, महिला पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। दोनों ओर से दर्जनों जनों को चोटें आई हैं।
बताया जाता है कि आंदोलन के दौरान कंपनी के सुरक्षाकर्मियों की गाड़ी के साथ साथ चंदनकियारी सीओ की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हुई है।दोनों ओर से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। इस संबंध में जेबीकेएसएस समर्थक व ग्रामीणों का कहना है कि हमलोग शांतिपूर्ण तरीके से जमीन के बदले नियोजन और उचित मजदूरी के लिए जाम प्रदर्शन कर रहे थे, आदि।
इसी बीच पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में कंपनी के पुरूष सुरक्षाकर्मी ने लक्ष्मी देवी के उपर लाठी से प्रहार कर दिया जिसे वह बुरी तरह जख्मी हो गई। इसे लेकर आक्रोशित आंदोलनकारियों का आक्रोश फूट पड़ा। रहिवासियों ने कहा कि प्रबंधन की दमनकारी नीति का बिरोध किया जायेगा।
इधर कंपनी प्रबंधन का कहना है कि बीते 13 जून को सियालजोरी थाना में हुई त्रिपक्षीय वार्ता में 90 प्रतिशत मांगों पर सहमति बनी है और समाधान भी हो गया है। आगे सकारात्मक बातचीत के जरिए वंचित परिवार को लाभ मिलेगा।
राज्य के पूर्व मंत्री उमाकांत रजक ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का स्थान नहीं है। जमीन के बदले नियोजन, उचित मजदूरी की मांग करने वाले महिला पर लाठी चार्ज की वे निंदा करते हैं । प्रबंधन रैयत मजदूर की मांग का अविलम्ब समाधान करे और घटना की उच्चस्तरीय जांच किया जाय।
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