प्रहरी संवाददाता/बगोदर (गिरिडीह)। गिरिडीह जिला के हद में बगोदर प्रखंड के हेसला -बेको पथ निर्माण कार्य में गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों ने 14 दिसंबर को विरोध जताया।
जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने इसे लेकर एक घण्टे तक निर्माण कार्य को बंद करा दिया। मिक्सर प्लांट के समक्ष विरोध कर रहे ग्रामीणों का आरोप था कि जंग रोधक सीमेन्ट से रोड का ढलाई किया जा रहा है। साथ हीं सड़क ढलाई के बाद पानी नही दिया जा रहा है। ठेकेदार जैसे तैसे काम कर निकल रहा है।
इस संबंध में पूर्व मुखिया सह भाजपा नेता टेकलाल चौधरी ने कहा कि दो दिन पूर्व ही गुणवत्ता पुर्ण कार्य करने का निर्देश मुंशी को दिया गया था। इसके बाद भी निर्माण कार्य में लापरवाही बरती जा रही थी। उन्होंने कहा कि जंग रोधक सीमेन्ट से ढलाई करने से ग्रामीण नाराज थे। सुबह में मिक्सर प्लांट में ग्रामीण पहुँच कर विरोध किया। उन्होंने कहा कि यहाँ कार्य का विरोध नही है, बल्कि गलत काम का विरोध है। उन्होंने मांग की कि गुणवत्ता पुर्ण कार्य किया जाय।
बता दे कि ग्रामीणो के शिकायत पर एक दिन पुर्व ही प्रखंड प्रमुख आशा राज ने भी कार्य के प्रति विरोध जता चुकी है। वहीं पुर्व विधायक नागेन्द्र महतो ने कहा कि 54 करोड़ की लागत से यह पथ का निर्माण कार्य किया जा रहा है। तत्कालिन भाजपा सरकार में इस पथ का शिलान्यास किया गया था। चार साल हो गया लेकिन अब तक निर्माण कार्य पूरा नही हुआ और वर्तमान सरकार का अन्त होने को है।
पुर्व विधायक ने कहा कि यह ग्रामीणों का सडक है और ग्रामीणो के देख रेख में सड़क बनना चाहिए। बताया जाता है कि इस पथ की कुल लम्बाई 29.5 किलोमीटर है। यह पथ सात पंचायत से अधिक व तीन प्रखंड को जोड़ती है।
वर्ष 2019 में बगोदर के तत्कालीन विधायक नागेन्द्र महतो ने इसका शिलान्यास किया था। जबकि वर्तमान विधायक विनोद सिंह ने तिरला मोड़ के समीप शिलान्यास किया था। निर्माण कार्य के विरोध में स्थानीय रहिवासी नारायण महतो, धनेश्वर महतो, माले नेता कमोद यादव आदि ग्रामीण रहिवासी शामिल थे।
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