धीरज शर्मा/विष्णुगढ़ (हजारीबाग)। एक कर जहां केंद्र व् राज्य की सरकार गांव गांव तक सड़क का जाल बिछाने की बात कह इस मद में करोड़ो खर्च कर रही है, वहीं दूसरी ओर कई ग्रामीण इलाकों में आज भी सड़को का घोर अभाव देखा जा रहा है। ऐसे में सरकारी दावे यहां खोखला साबित हो रहा है।
जानकारी के अनुसार 11 जुलाई को विष्णुगढ़ प्रखंड के हद में मॉडमो पंचायत के डुमरिया टांड निवासी मासोमत सूर्यमुनी पति स्वर्गीय बुधन मांझी की तबियत अचानक ख़राब हो गई। बताया जाता है कि पति के मृत्यु होने बाद घर मे सूर्यमुनी के आलावा और कोई नहीं है।
वह अकेले रहती है। पंचायत समिति सदस्य बहराम हांसदा के सहयोग से कच्चे रास्ते के सहारे उसे गोद में लेकर अस्पताल ले जाया गया तथा उसका इलाज कराया गया। दुर्भाग्य यह कि उसके रहने के लिए कच्चा घर है, जो अभी रोला खाप्रेल टूटने के कगार पर है। घर बनाने मे अकेले सूर्यमुनी असमर्थ है।
पूर्व बिधायक नागेंदर महतो ने बुधन के मृत्यु के समय ही आश्वासन दिए थे कि अम्बेडकर आवास दिलाया जायगा। इसके बावजूद बिचौलिया और घुसखोरी के कारण ऐसे गरीबों का नसीब नहीं होता है।
इस संबंध में पसंस हांसदा ने कहा कि ऐसे लोगो को चिन्हित करने की जरुरत है। हर गरीब तबके के लोगों को सहयोग करने की जरुरत है। जिनका कोई सहारा नहीं है। उन्हें सहारा की देने की जरूरत है। ऐसे विधवा बुजुर्गों को सेवा करने से पुण्य मिलता है। मौके पर सोमार हेंब्रम, सरिता देवी, सोहर हेंब्रम इत्यादि ग्रामीण रहिवासी उपस्थित थे।
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