रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में पेटरवार प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पोरदाग में सहयोगिनी संस्था द्वारा 12 सितंबर को गर्ल्स चाइल्ड ट्रैफिकिंग की रोकथाम को लेकर सुरक्षित गांव कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उक्त विद्यालय की छात्रा शामिल हुए।
इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित बालक, बालिका एवं शिक्षको को बाल तस्करी के बारे में विस्तृत जानकारी दी गईं। संबोधित करते हुए सहयोगिनी के समन्वयक रवि कुमार राय ने कहा कि बाल तस्करी एक गंभीर मुद्दा है। इसकी रोकने के लिए संस्था द्वारा बोकारो जिला के विभिन्न स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
संस्था की मंजू देवी ने कहा कि बाल विवाह कानूनन अपराध है। जब तक बच्ची की उम्र 18 साल नहीं हो जाता है, तब तक शादी नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह के कारण लड़कियों का शारीरिक, मानसिक प्रताड़ना होता है। लड़कियों का बौद्धिक विकास नहीं हो पाता है।
इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक रंजीत कुमार ने कहा कि बाल विवाह को रोकने हेतु ग्रामीण स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने की जरूरत है। कार्यक्रम के दौरान कॉमिक्स बुक्स के माध्यम से बाल तस्करी के बारे में जानकारी दी गई।
सहायक हासिम अंसारी ने चाइल्ड हेल्प लाइन 112 के बारे में बच्चों को समझाते हुए कहा कि यह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार की आपातकालीन सेवा है। जब भी कोई किसी मुसीबत में हो तो इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं। इस दौरान गांव में विभिन्न स्टेक होल्डर को बाल तस्करी, बाल यौन हिंसा तथा घरेलू हिंसा के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से मो. सोयब रजा, विजय लक्ष्मी, सुभाष कुमार चौहान, अमित कुमार सिंह, पंकज रजवार आदि उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन सहयोगिनी के प्रवीण कुमार ने किया।
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