दर्जनों बकरा, बकरी, भेड़ व मुर्गों की दी गई बली
रंजन लाला/कसमार (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के रांगामाटी गांव में 4 जुलाई को धूमधाम पूर्वक पंचवर्षीय गांव गाराम-मड़य पूजा आयोजित किया गया। पूजा में दर्जनों पालतू पशु, पंक्षियों की बली दिया गया।
इस अवसर पर मड़य थान में स्थापित महामाय थान, चिड़ि गोसाईं व रांगाहाड़ि तथा कुछ दूरी पर स्थित गांव गाराम, जाहिर थान, बोड़ो पहाड़ एवं कपसा थान व राजा थान में पूजा-अर्चना गांव के नाया बंधु सिंह एवं सहयोगी भीम सिंह के द्वारा किया गया। सभी थानों में बकरी, बकरा, भेड़ा व मुर्गे की बलि चढ़ाई गई।
यहां ग्रामीणों ने आराध्य देवा-भूता से गांव में उत्तम बारिश के साथ धान की उम्दा फसल पैदावार की कामना की। वहीं गांव में सुख-समृद्धि, अमन-चैन व बेहतर स्वास्थ्य की भी कामना की गयी। मूल सवारी प्रभु महतो ने मायथान में बली दी। काली हलुआनी का रक्तपान भी किया।
इस दौरान नाया बंधु सिंह ने कहा कि पुरखों द्वारा स्थापित देवा-भूता गांव गाराम-मड़य थान, जाहेर थान, बोड़ो पहाड़ की पूजा-अर्चना प्रत्येक पांच वर्ष करने की परंपरा है, जिसे पूर्ण किया गया। सभी आदिवासी जनजातियों में प्रकृति की आराधना की जाती है। इन देवा-भूता की पूजा पहाड़ या साल, ढेला या सालगा वृक्ष के नीचे होता है। जिसमें बली आवश्यक रूप से देने की परंपरा है।
इस दौरान पूजा को सफल बनाने में अयोध्या महतो, परन महतो, कैलाश महतो, बिहारी महतो, भीम सिंह, मनिक महतो, इन्द्रनाथ महतो, सोहराय महतो, भीम महतो, मितन महतो, अमृत सिंह आदि का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर शीतल ठाकुर, चंदन ठाकुर, श्यामराम महतो, सुरेश महतो, ताराचंद महतो, मिठू सिंह, बुधु महतो, धनु महतो, जयचंद महतो, गोपाल महतो, बिरबल सिंह, मनोज महतो, कान्हु करमाली, अजय महतो, रामकिशुन महतो समेत सैकड़ों ग्रामीण रहिवासी शामिल थे।
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